प्रेत और उसका बेटा – कुमाऊनी लोककथा

4 years ago

बहुत समय पहले की बात है. एक आदमी की मृत्यु हो गयी. उसका 10-12 साल का एक ही बेटा था.…

तस्मै श्री गुरुवे नमः – गुरु पूर्णिमा पर विशेष

4 years ago

द्रोणाचार्य पहले राजकीय शिक्षक थे. भीष्म पितामह द्वारा नियुक्त. उनसे पहले भी कुछ रहे होंगे पर उनका स्टेटस कैबिनेट दर्जे…

इस तरह काठगोदाम से मायावती आश्रम पहुंचे स्वामी विवेकानंद : पुण्यतिथि विशेष

4 years ago

26 दिसम्बर 1900 के पत्र में स्वामी विवेकानन्द कु. मैकलिआड को लिखते हैं - "कल मैं पहाड़ की ओर प्रस्थान…

फौजी बेटे के लिए आमा की बेचैनी और प्यार

4 years ago

आज संचार क्रांति ने दूरियों को बहुत कम कर दिया है. सिर्फ नंबर डायल कीजिये और हजारों किलोमीटर दूर बैठे…

कका-काखी वाली मिठास अंकल-आंटी में नहीं आ सकती

4 years ago

भाषा एक ऐसा माध्‍यम है जिसके द्वारा हम किसी व्‍यक्ति के बारे में जान सकते हैं, उसे समझ सकते हैं,…

देवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानी

4 years ago

वो मरने ही आया था यहाँ. देवीधुरा पहाड़ की चोटी पर बना ग्राम देवता का वह मंदिर अब खंडहर में…

मूसा सौन और पंचू ठग की कुमाऊनी लोककथा

4 years ago

बहुत समय पहले बमौरा नाम का एक गाँव था जहाँ के निवासी बहुत संपन्न थे. उस गाँव के पड़ोस में…

ईजा की बाटुली : हिचकी से अधिक आत्मीय याद

4 years ago

बढ़ती उम्र के साथ पहाड़ में अकेले न रह पाने की विवशता के कारण गोविंदी हल्द्वानी आकर मकानों के जंगल…

प्रवासी पहाड़ी की “ओ दिगौ लाली”

4 years ago

मैंने कल  लगभग सौ सवा सौ कुमाउँनियों को एक मैसेज किया कि सामान्यतः हम 'ओ दिगौ लाली' कब बोलते हैं? …

उत्तराखण्ड के एक लोक शिल्पी का जीवन

4 years ago

ग्राम नुवाली पोस्ट चैनपुर, जिला पिथौरागढ के रहने वाले फुन राम इस समय 80 साल के है. फुन राम बचपन…