वह स्लेटी रंग का संदूक

3 years ago

फिर आई दिवाली, मां ने फिर वहीं पुराना राग अलापा. “सब कबाड़ घर का बाहर निकाल दो साफ सफाई करके…

इतिहास लेखन में महिलाओं की ध्वजवाहक ‘गुलबदन बेगम’

3 years ago

1520 का वक़्त था जब तेरह वर्षीय हुमायूँ को बाबर ने बदक्खशा का सूबेदार नियुक्त किया गया. हुमायूँ की उम्र…

पहाड़ में आयुर्वेद और अल्मोड़ा के परम्परागत वैद्य

3 years ago

पहाड़ की परम्परागत चिकित्सा पद्धति में आयुर्वेद प्रचलित रहा. लोक विश्वास के साथ ही जनमानस में ऐसी अनेक परम्पराएं पोषित…

उत्तराखंड की लोककथा : फूलों की घाटी

3 years ago

हिमालय पर्वत की घाटी में एक ऋषि रहते थे. बर्फ सी सफेद पकी दाढ़ी वाले ऋषि कंद, मूल, फल खाते…

केदारनाथ में त्रिवेंद्र रावत का विरोध, धाम जाने से रोका

3 years ago

आज केदारनाथ धाम दर्शन की इच्छा रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को तीर्थ पुरोहितों के जबरदस्त विरोध का सामना…

लालमणि-खीमदेव की फर्म तम्बाकू के लिए प्रसिद्ध थी

3 years ago

पहाड़ की प्रमुख मंडी हल्द्वानी के आबाद होने की कहानी बहुत रोचक है. इसका वर्तमान चाहे कितना ही स्वार्थी हो…

ऊदा देवी पासी : 1857 के ग़दर की नायिका

3 years ago

‘बाबुल मोरा नैहर छूटो जाए’ जैसी कालजयी ठुमरी रचने वाले अवध के नवाब वाजिद अली शाह ने लखनऊ में गोमती…

उत्तराखण्ड की स्टार हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया अर्जुन अवार्ड से सम्मानित

3 years ago

उत्तराखण्ड मूल की भारतीय टीम की स्टार हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया देश का प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार अर्जुन अवार्ड से सम्मानित…

पिथौरागढ़ के बच्चों और युवाओं ने मिलकर बनाई पारम्परिक ऐपण वाली दिवाली लाइट्स

3 years ago

हरेला सोसायटी अपने नये-नये प्रयोगों के लिये बेहद लोकप्रिय है. हरेला सोसायटी का अपसाइल्किलिंग का काम पिछले कुछ वर्षों से…

रियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्म

3 years ago

करीब एक पखवाड़े पहले मेरे गाँव के नौजवानों ने व्हाट्सएप्प पर एक ग्रुप शुरू किया, ‘छानागाँव की रियासत’. इसमें नयी…