उत्तराखंड राज्य का निर्माण के साथ पर्यटन नाम का एक ढोल इसके साथ जुड़ गया. 21 सालों से इस ढोल को पीटा जा रहा है यह तो इस राज्य को नेमत में मिली खूबसूरती है जो पर्यटन का यह ढोल हर खोल में दमदार बजता है. उत्तराखंड में पर्यटन की संभावना पर उत्तराखंड के बच्चे पिछले बीस बरस से स्कूलों में निबन्ध लिखते आ रहे हैं. सालों-साल अपने सपनों को निबन्ध के शब्दों में लिखने वाले इन युवाओं की नियति बन चुका है यहां से पलायन करना.
(World Tourism Day Pithoragarh)
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में सूर्योदय और सूर्यास्त की इन दस तस्वीरों को देखकर कोई भी पर्यटन क्षेत्र में इसकी संभावनाओं पर भविष्यवाणी कर सकता है. हमारा दुर्भाग्य है कि राज्य बनने के 21 सालों बाद भी हम केवल भविष्यवाणी करने की स्थिति में हैं.
फ़िलहाल पिथौरागढ़ में सूर्योदय और सूर्यास्त की दस तस्वीरें देखिये. सभी तस्वीरें काफल ट्री के साथी रवि वल्दिया ने ली हैं:
रवि वल्दिया की फोटोग्राफी आनन्द लेने के लिये उन्होंने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी फॉलो किया जा सकता है :
रवि वल्दिया का फेसबुक पेज : Ravi Valdiya Photography
रवि वल्दिया का इंस्टाग्राम अकाउंट : ravi.valdiya
पेशे से फोटोग्राफर रवि वल्दिया पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. रवि के कैमरे का कमाल उनके फेसबुक पेज Ravi Valdiya Photography पर भी देखा जा सकता है.
काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में आज से कोई 120…
उत्तराखंड के सीमान्त जिले पिथौरागढ़ के छोटे से गाँव बुंगाछीना के कर्नल रजनीश जोशी ने…
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में…
पिछली कड़ी : साधो ! देखो ये जग बौराना इस बीच मेरे भी ट्रांसफर होते…
आपने उत्तराखण्ड में बनी कितनी फिल्में देखी हैं या आप कुमाऊँ-गढ़वाल की कितनी फिल्मों के…
“भोर के उजाले में मैंने देखा कि हमारी खाइयां कितनी जर्जर स्थिति में हैं. पिछली…