Satire Priy Abhishek

चटोराबाद में मोहिनी से भेंटचटोराबाद में मोहिनी से भेंट

चटोराबाद में मोहिनी से भेंट

मोहिनी मोहक है. मोहिनी मनभावन है. मोहिनी आज भैया के पास खड़ी है. मोहिनी स्थिर है. मोहिनी स्वाधार है. उसका…

4 years ago
लेखकों को पाठक बनकर समझ आ रहा है कि उन्होंने जनता का कितना उत्पीड़न किया हैलेखकों को पाठक बनकर समझ आ रहा है कि उन्होंने जनता का कितना उत्पीड़न किया है

लेखकों को पाठक बनकर समझ आ रहा है कि उन्होंने जनता का कितना उत्पीड़न किया है

कोरोना के इस लॉक-डाउन से एक बात बाखूबी समझ आ रही है कि चुनाव सम्बंधी एक्ज़िट पोल क्यों फ़ेल हो…

5 years ago
अरुण यह मधुमय देश हमाराअरुण यह मधुमय देश हमारा

अरुण यह मधुमय देश हमारा

शाम को टहलते हुए सोच रहा था कवि ने ऐसा क्यों कहा -  अरुण यह मधुमय देश हमारा? वह कह…

5 years ago
संगठित लेखक प्रकाशकों पर भारी पड़ते हैंसंगठित लेखक प्रकाशकों पर भारी पड़ते हैं

संगठित लेखक प्रकाशकों पर भारी पड़ते हैं

हालत पाठकों की भी कुछ कम ख़राब नहीं थी. शर्मा जी के बारे में पता चला कि पुस्तक मेले से…

5 years ago
पुस्तक मेले से लौटे कविराज नूर बहोड़ापुरी भारी अवसाद में हैंपुस्तक मेले से लौटे कविराज नूर बहोड़ापुरी भारी अवसाद में हैं

पुस्तक मेले से लौटे कविराज नूर बहोड़ापुरी भारी अवसाद में हैं

कविराज नूर बहोड़ापुरी के बारे में ख़बर मिली कि पुस्तक मेले से लौट कर वे भारी अवसाद (डिप्रेशन) में चले…

5 years ago
पतंग लूटना कला भी है और विज्ञान भीपतंग लूटना कला भी है और विज्ञान भी

पतंग लूटना कला भी है और विज्ञान भी

ये पूरा कार्य किसी फ़ौज के अभियान से कम नहीं होता. वही पदसोपान, वही अनुशासन,वही रणनीति, वही जोश और वही…

5 years ago
जिससे है सबको आशा, दिखा दे लोकतंत्र का तमाशा!जिससे है सबको आशा, दिखा दे लोकतंत्र का तमाशा!

जिससे है सबको आशा, दिखा दे लोकतंत्र का तमाशा!

जमूड़े! हाँ उस्ताद! लोगों को हँसाएगा? हँसाएगा! तालियां बजवाएगा? बजवाएगा! जमूड़े! जिससे है सबको आशा, दिखा दे लोकतंत्र का तमाशा!…

5 years ago