Nrip Singh Napalchyal

धारचूला के तेनसिंह को सलाम जिसने भांडमजुवा बनने की बजाय खुद्दारी से जिया अपना जीवनधारचूला के तेनसिंह को सलाम जिसने भांडमजुवा बनने की बजाय खुद्दारी से जिया अपना जीवन

धारचूला के तेनसिंह को सलाम जिसने भांडमजुवा बनने की बजाय खुद्दारी से जिया अपना जीवन

आज किसी भाई ने अपने फेसबुक पोस्ट में 'भांडमजुवा' शब्द का प्रयोग किया है. वही भांडमजुवे जो अपने गांवों से…

5 years ago
आपने कभी मुस्कान की सब्जी खाई है?आपने कभी मुस्कान की सब्जी खाई है?

आपने कभी मुस्कान की सब्जी खाई है?

बहुत लजीज,पौष्टिक और कम समय पर पकने वाली. केवल नमक और तेल के साथ ही गजब का स्वाद देने वाली.…

5 years ago
धारचूला में पहले टेलीफोन की पचास साल पुरानी यादधारचूला में पहले टेलीफोन की पचास साल पुरानी याद

धारचूला में पहले टेलीफोन की पचास साल पुरानी याद

धारचूला में टेलीफोन का पदार्पण 1961 में तहसील बनने के बाद ही हुआ होगा क्योंकि उससे पहले उसके आने की…

5 years ago