Kusum Bhatt

कहानी : नदी की उँगलियों के निशान

नदी की उंगलियों के निशान हमारी पीठ पर थे. हमारे पीछे दौड़ रहा मगरमच्छ जबड़ा खोले निगलने को आतुर! बेतहाशा…

3 years ago

कहानी : ‘वह भूखी और गन्दी लड़की’

पहली नजर में मैंने उसे पहचाना ही नहीं, पहचानती भी कैसे उसकी तब्दीली की तो सपने में भी कल्पना नहीं…

3 years ago