Kumaoni Cuisine

उत्तराखण्ड की अनूठी विवाह परम्पराएँउत्तराखण्ड की अनूठी विवाह परम्पराएँ

उत्तराखण्ड की अनूठी विवाह परम्पराएँ

https://www.youtube.com/embed/GQ70duF1Mjo बहुप्रचलित पूर्णतः वैदिक अनुष्ठान, संस्कार तथा स्थानीय रीति-रिवाज के साथ किये जाने वाले अंचल विवाह परम्परा के अलावा भी…

3 years ago
चुड़कानी, कढ़ाही और बारिशचुड़कानी, कढ़ाही और बारिश

चुड़कानी, कढ़ाही और बारिश

जब कभी कोई डॉक्टर मेरे खून की जांच करता है,तो उसमें निर्बाध प्रवाह, कुछ भांग, जखिया, गंद्रायणी जैसी खुशबू पाता…

5 years ago
कुमाऊं के रस-भात उर्फ ठठ्वाणी-भात के आगे क्या बिसात है देवलोक के अमृत कीकुमाऊं के रस-भात उर्फ ठठ्वाणी-भात के आगे क्या बिसात है देवलोक के अमृत की

कुमाऊं के रस-भात उर्फ ठठ्वाणी-भात के आगे क्या बिसात है देवलोक के अमृत की

जाड़ों में पहाड़ों की रसोई में एक स्पेशल परोसे जाने का रिवाज है. इस थाली में बड़ी, भांग की चटनी,…

5 years ago
विकराल भूत भी डरते हैं सिसौणे की सब्जी सेविकराल भूत भी डरते हैं सिसौणे की सब्जी से

विकराल भूत भी डरते हैं सिसौणे की सब्जी से

सिसौण कहो या कंडाली- ये सब्जी हिम्मत वाली इस बार के पहाड़ी जायके को पढ़ने से पहले अपने अंदर हिम्मत…

6 years ago
बड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का सागबड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का साग

बड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का साग

हिमाचल वाला किस्सा यहां भी दोहराया गया. फर्क सिर्फ ये है कि शिमला में शर्मा जी थे और यहां हल्द्वानी…

6 years ago
कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथाकुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा

कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा

पुरातन काल से ही भारतीय हिन्दू समाज में विवाह को जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है. विवाह स्त्री…

6 years ago
सैणी हो या मैंस, सबकी पसंद चैंससैणी हो या मैंस, सबकी पसंद चैंस

सैणी हो या मैंस, सबकी पसंद चैंस

चैंस कह लो, चैंसा या फिर चैंसू. नाम अलग-अलग अंचलों में कुछ फर्क के साथ अलग हों, लेकिन इसका स्वाद…

6 years ago
भांग की चटनी – चटोरे पहाड़ियों की सबसे बड़ी कमजोरीभांग की चटनी – चटोरे पहाड़ियों की सबसे बड़ी कमजोरी

भांग की चटनी – चटोरे पहाड़ियों की सबसे बड़ी कमजोरी

चंदू की चाची को चांदनीखाल में चटनी चटाई जूनियर कक्षाओं में बाल मंडली ने अनुप्रास अलंकार का एक घरेलू उदाहरण…

6 years ago
अद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भातअद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भात

अद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भात

वो कढ़ती है, ये झोलती है: पहाड़ की झोली 15 साल की उम्र में पहली बार जब गांव में एक…

6 years ago
पहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहींपहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहीं

पहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहीं

कल सुबह सब्जी लेने मंडी में पहुंचा तो देखा कि पहाड़ी मूला/ मूली बाजार में आ चुका है. अभी बाजार में…

6 years ago