Hindi Story

न जाने पहाड़ के कितने परिवारों की हकीकत है क्षितिज शर्मा की कहानी झोल खाई बल्लीन जाने पहाड़ के कितने परिवारों की हकीकत है क्षितिज शर्मा की कहानी झोल खाई बल्ली

न जाने पहाड़ के कितने परिवारों की हकीकत है क्षितिज शर्मा की कहानी झोल खाई बल्ली

सर्दी ने थोड़ी राहत दे दी थी. चार दिन से रुक-रुककर बर्फ गिरने के बाद आज कुछ देर को धूप…

5 years ago
देवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानीदेवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानी

देवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानी

वो मरने ही आया था यहाँ. देवीधुरा पहाड़ की चोटी पर बना ग्राम देवता का वह मंदिर अब खंडहर में…

5 years ago
शैलेश मटियानी की एक अमर कहानीशैलेश मटियानी की एक अमर कहानी

शैलेश मटियानी की एक अमर कहानी

पापमुक्ति - -शैलेश मटियानी Paap Mukti Story Shailesh Matiyani घी-संक्रांति के त्यौहार में अब सिर्फ दो ही दिन शेष रह…

5 years ago
बलि का बकरा – देवेन मेवाड़ी की कहानीबलि का बकरा – देवेन मेवाड़ी की कहानी

बलि का बकरा – देवेन मेवाड़ी की कहानी

कहानी की कहानी उर्फ़ बकरा बलि का ईजा (मां) बीमार थी. उसका बहुत मन था कि देबी खूब पढ़े हालांकि…

6 years ago
दा, उसे घुघुती मिल गई होगीदा, उसे घुघुती मिल गई होगी

दा, उसे घुघुती मिल गई होगी

दूर पहाड़ के अपने गांव से पढ़ने के लिए मैं शहर नैनीताल चला गया था लेकिन मन में बसा गांव…

6 years ago
दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी हैदाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

मेरी कहानी ‘दाड़िम के फूल’ की भी एक मजेदार कहानी है. आनंद तब आए जब इससे पहले मेरे दोस्त बटरोही की कहानी ‘बुरांश…

6 years ago
डेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानीडेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानी

डेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानी

फ्रैंकफर्ट में जहाज बदला और हंगरी के स्थानीय समय के अनुसार पूर्वाह्न साढ़े दस बजे, जिस वक़्त भारत में दोपहर…

6 years ago
भगवान तुलसीदास गलत नहीं लिख सकतेभगवान तुलसीदास गलत नहीं लिख सकते

भगवान तुलसीदास गलत नहीं लिख सकते

बुआजी के एक विधुर जेठ थे, जिन्हें घर के सब लोग ‘बड़े बाबजी’ पुकारते थे. मझोले कद के बड़े बाबजी…

6 years ago
बंपुलिस… द एंग्लो इंडियन पौटी – बटरोही की कहानीबंपुलिस… द एंग्लो इंडियन पौटी – बटरोही की कहानी

बंपुलिस… द एंग्लो इंडियन पौटी – बटरोही की कहानी

काफल ट्री में नियमित कॉलम लिखने वाले लक्ष्मण सिंह बिष्ट 'बटरोही' का जन्म 25 अप्रैल 1946 को अल्मोड़ा के छानागाँव…

6 years ago
अंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंहअंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंह

अंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंह

जीवन भर हल्द्वानी (Haldwani) में रहे स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती (Anand Ballabh Upreti) राज्य के वरिष्ठतम पत्रकार-लेखकों में थे. हल्द्वानी…

6 years ago