Chandrashekhar Tewari

ज्ञान पंत की रचनाओं में बसता है समूचा पहाड़

हाल ही के वर्षो में ’बाटुइ’ शीर्षक से प्रकाशित कविता संग्रह कुमाउनी साहित्य में रुचि रखने वालों लोगों के लिए…

3 years ago

सर्वेक्षण विभाग के 250 वर्षों के बदलावों को दर्शाती पुस्तक ‘ग्लिम्पसेज़ ऑफ सर्वे ऑफ इण्डिया’

शनिवार 2 नवम्बर, 2019 को दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र देहरादून के तत्वाधान में होटल इन्द्रलोक के सभागार में ब्रिगेडियर…

5 years ago

1942 में आज ही के दिन हुई थी सालम क्रांति

‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में कुमाऊं के जनपद अल्मोड़ा में स्थित सालम पट्टी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अल्मोड़ा जनपद के…

5 years ago

कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा

पुरातन काल से ही भारतीय हिन्दू समाज में विवाह को जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है. विवाह स्त्री…

5 years ago

रंग डारि दियौ हो अलबेलिन में – पहाड़ी होली पर गिर्दा का आलेख

काफल ट्री के नियमित सहयोगी चंद्रशेखर तिवारी ने 'उत्तराखण्ड होली के लोक रंग' नाम से एक महत्वपूर्ण पुस्तक का सम्पादन…

6 years ago

चम्फाखाव की वह होली और रेबू जिठबाज्यू की जलेबियां

उस बार कोसी नदी की घाटी में जब सरसों की पीली फसल को लहलहाते तथा दूर जंगलों में खिलते बुरांश…

6 years ago

कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा – 2

(पिछली कड़ी: कुमाऊं अंचल में पारम्परिक विवाह प्रथा - 1) गणेश पूजा. वैवाहिक कार्य बिना किसी बाधा के अच्छी तरह…

6 years ago

कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा – 1

पुरातन काल से ही भारतीय हिन्दू समाज में विवाह को जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है. विवाह स्त्री…

6 years ago