Bhumika Pandey

माँ बनने की बात पर ख़ुश हो या दुःखी पीहू समझ न पायी

पीहू एक बहुत ही सुलझी हुई, समझदार, खूबसूरत और होशियार बच्ची थी और अपने माता-पिता की इकलौती सन्तान भी. बचपन…

3 years ago

पक्की सड़क से जुड़ चुका गांव अब गांव सा नहीं रहा

अब गांव, गांव सा नहीं रहा, गांव पक्की सड़क से जुड़ चुका है अंग्रेजी स्कूल खुल चुके हैं अब बच्चे…

3 years ago

राजी जनजाति : परम्पराएँ व रहन-सहन

वनरौत को ले कर वैसे तो कई कहानियां हैं लेकिन पूर्वजों द्वारा सुनाए गए किस्सों व किमखोला के राजी समुदाय…

3 years ago

बदलते ज़माने में पहाड़ की महिलाओं के हालात कितने बदले

अक्सर बचपन में दादा दादी के कहानियाँ-किस्सों में सुना करते थे उनके ज़माने की कई सारी बातें. इन किस्से-कहानियों को…

3 years ago