कोई राष्ट्रीय जलसा रहा हो या मेला. रामलीला रही हो या नाट्य मंडली, गुजरे दौर में यह गीत हर अवसर…
गुज़रे दिनों की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख की मां का नाम सलमा था, सलमा इब्राहीम लाखड़ावाला. बच्चूभाई मोतीलाल पारेख से…