एक दिन मुझे पछेटिया बन कर सचमुच शिकार पर जाने का मौका मिल गया. पछेटिया मतलब शिकारी के पीछे-पीछे चलने…
कहो देबी, कथा कहो – 45 पिछली कड़ी - कहां थे मेरे उजले दिन “हां, तो कहो देबी. फिर क्या…
कहो देबी, कथा कहो – 44 पिछली कड़ी - तोर मोनेर कथा एकला बोलो रे सांझ ढल गई थी और…