अरुण कुकसाल

चन्द्र सिंह गढ़वाली के गांव से गुजरते हुए

चौंरीखाल से चलें तो तकरीबन 5 किमी. आगे पैठाणी से आने वाली सड़क हमारी सड़क से जुड़ गयी है. ललित…

3 years ago

आज भगवती प्रसाद जोशी ‘हिमवन्तवासी’ की पुण्यतिथि है

गढ़वाली और हिन्दी के कालजीवी कहानीकार स्वर्गीय भगवती प्रसाद जोशी ‘हिमवन्तवासी’ का जन्म 17 अगस्त, सन् 1927 में जोश्याणा, पैडुलस्यूं,…

3 years ago

गढ़वाल के सामाजिक विकास के इतिहास में पूर्णानन्द नौटियाल का योगदान

बचपन में मिले अभावों की एक खूबी है कि वे बच्चे को जीवन की हकीकत से मुलाकात कराने में संकोच…

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डूबता शहर: टिहरी बांध बनने में शिल्पकार समाज के संघर्षों का रेखांकन करने वाला उपन्यास

साहित्यकार ‘बचन सिंह नेगी’ का मार्मिक उपन्यास 'डूबता शहर’ "...शेरू भाई! यदि इस टिहरी को डूबना है तो ये लोग…

3 years ago

तीन पहाड़ी युवाओं का ‘बेरोजगारी ढाबा’ से ‘अपनी रसोई’ तक का सफ़र

श्रीनगर (गढ़वाल) से जब आप चल रहे होंगे तो खिर्सू आने से पहले खिर्सू बैंड आपकी ओर मुखातिब होकर मन…

3 years ago

प्यारी दीदी एलिजाबेथ व्हीलर को भावभीनी श्रद्धांजलि

‘‘जीवन तो मुठ्ठी में बंद रेत की तरह है, जितना कसोगे उतना ही छूटता जायेगा. होशियारी इसी में है कि…

3 years ago

‘ये चिराग जल रहे हैं’ स्मृति कथाओं के जीवंत शब्दचित्र

‘जिस मकान पर आपके बेटे ने ही सही, बडे़ फख्र से ‘बंसीधर पाठक ‘जिज्ञासु’ की तख़्ती टांग दी थी, उसमें…

3 years ago

आज जयानंद भारती का जन्मदिन है

स्वाधीनता संग्रामी, डोला-पालकी और आर्यसमाज आन्दोलन के अग्रणी ‘जयानंद भारती’ का जन्म ग्राम- अरकंडाई, पट्टी- साबली (बीरोंखाल), पौड़ी (गढ़वाल) में…

3 years ago

उत्तराखंड के इतिहास में 6 सितम्बर का महत्व

गो-बेक मेलकम हैली, भारत माता की जयहाथ में तिरंगा उठा, नारे भी गूंज उठे,भाग चला, लाट निज साथियों की रेल…

3 years ago

दास्तान-ए-हिमालय: हिमालय को जानने-समझने की कोशिश

‘हिमालय बहुत नया पहाड़ होते हुए भी मनुष्यों और उनके देवताओं के मुक़ाबले बहुत बूढ़ा है. यह मनुष्यों की भूमि…

3 years ago