ज्ञानरंजन

ज्ञानरंजन की कहानी ‘छलांग’ज्ञानरंजन की कहानी ‘छलांग’

ज्ञानरंजन की कहानी ‘छलांग’

श्रीमती ज्वेल जब यहाँ आकर बसीं तो लगा कि मैं, एकबारगी और एकतरफा, उनसे फँस गया हूँ और उन्हें छोड़…

3 years ago
ज्ञानरंजन की कहानी ‘पिता’ज्ञानरंजन की कहानी ‘पिता’

ज्ञानरंजन की कहानी ‘पिता’

उसने अपने बिस्तरे का अंदाज लेने के लिए मात्र आध पल को बिजली जलाई. बिस्तरे फर्श पर बिछे हुए थे.…

4 years ago
नई कहानी के नए प्रेरक : शैलेश मटियानी और ज्ञानरंजननई कहानी के नए प्रेरक : शैलेश मटियानी और ज्ञानरंजन

नई कहानी के नए प्रेरक : शैलेश मटियानी और ज्ञानरंजन

इतने बड़े हिंदी समाज में सिर्फ डेढ़ यार : तेरहवीं क़िस्त 1966 में नैनीताल से इलाहाबाद के लिए रवाना हुआ…

6 years ago
बयासी के हुए आज ज्ञानरंजनबयासी के हुए आज ज्ञानरंजन

बयासी के हुए आज ज्ञानरंजन

आज हिन्दी की सबसे महत्वपूर्ण पत्रिका 'पहल' के यशस्वी सम्पादक और महान कथाकार ज्ञान जी का जन्मदिन है. आज ज्ञान…

6 years ago