उमेश तिवारी ‘विश्वास’

लॉकडाउन और घर वापसी – एक छोटी कहानी

- कहाँ जा रहे हो? Short Lockdown Story Umesh Tiwari Vishwas - घर वापस. - यहाँ क्या परेशानी है? -…

4 years ago

कॉमनसेंस बोले तो दुर्लभ विवेक

इधर जहाँ-तहाँ क़ानून पेले जा रहे हैं जिससे जन-जन में बड़ा कन्फ्यूजन हो गया है. PM का मानें, HM का,…

4 years ago

स्मार्ट सिटी और नॉट सो स्मार्ट सिटीज़न

कमोबेश पिछले आधा दर्ज़न वर्षों से हम स्मार्ट सिटी का सपना देख रहे हैं. जिस तरह आदमी की हजामत बना,…

4 years ago

स्वतः संज्ञान लेने की घड़ी

टाउन हॉल के बुर्ज़ पर एक घड़ी लगी है. घड़ी बहुत सुंदर है पर बिगड़ गई है. उसका घंटा भी…

4 years ago

पर्वत पुत्र और हिल क्वीन

शस्यश्यामला देवभूमि की सड़क से साढ़े छत्तीस डिग्री का कोण बनाती सवारियों से लदी केमू की यह बस हल्द्वानी टेढ़ी…

4 years ago

परिया का नज़रिया

सफ़ाई और स्वास्थ संबंधी कुछ जागरूकतायें अपने परिया के अन्दर बचपन से ही कूट-कूट कर भरी पड़ी हैं. उनमें से…

5 years ago

निगम, दमुवाढूँगा और सुअर

विकासशील देश पालने में लेटे-लेटे लम्बे अरसे तक अमेरिका आदि देशों को ताकते रहते हैं. फिर विकास की घुट्टी पीकर…

5 years ago

थियेटर इन नैनीताल – उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की एक ज़रूरी किताब

नैनीताल में थियेटर का इतिहास करीब एक शताब्दी पुराना है और नैनीताल नगर ने लम्बे समय से रंगमंच के क्षेत्र…

5 years ago