बागेश्वर जिले के एक छोटे से गांव से निकले रोहित दानू की मेहनत का परिणाम है कि आज उन्हें भारतीय फुटबाल का उभरता सितारा माना जाता है. भारत की अंडर-14, 15, 16, 17 और 19 टीम से खेल चुके 19 वर्ष के रोहित फ़िलहाल आईसीएल में हैदराबाद एफसी की ओर से खेलते हैं. हैदराबाद एफसी के सबसे युवा खिलाड़ियों में रोहित दानू भी शामिल हैं.
(Rohit Danu Football Player)
बागेश्वर के रहने वाले रोहित ने बचपन में फुटबाल की बारीकी स्थानीय कोच नीरज पांडे से सीखी. रोहित का मानना है कि आज उनकी सफलता के पीछे का कारण मजबूत बुनियाद है जिसमें सबसे अहम योगदान उनके कोच नीरज पांडे का ही है.
फॉरवर्ड खिलाड़ी रोहित दानू के विषय में हैदराबाद एफसी के कोच ने हाल ही में कहा था कि रोहित आने वाले लम्बे समय तक भारत के सबसे बेहतरीन फॉरवर्ड खिलाड़ियों में होंगे.
(Rohit Danu Football Player)
अपने खेल के बारे में रोहित का कहना है कि वह जब भी मैदान पर उतरते हैं तो गोल करने के उदेश्य से उतरते हैं. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुये रोहित कहते हैं
एक बार जब आप मैदान में घुस जाते हैं तो सभी के पास केवल दो टांगें होती हैं. फिर कितनी भी बड़ी टीम हो या कितना ही बड़ा खिलाड़ी महत्त्व उस दिन आपका दिया हुआ 100% खेल रखता है.
अपने खेल में सुधार के बारे में रोहित का कहना है कि उनके खेल में अभी भी काफ़ी ऐसे क्षेत्र हैं जहां उन्हें सुधार की जरूरत है. मसलन मुझे अपनी गति और तीव्रता पर काम करने की जरूरत है. इसके साथ ही मुझे अपनी फिनिशिंग पर भी काम करने की जरूरत है ताकि मैं गोल पोस्ट के सामने और प्रभावी हो सकूं. रोहित दानू अक्टूबर 2020 में हैदराबाद एफसी से जुड़े. दिसम्बर 2020 में उन्होंने अपना डेब्यू मैच खेला.
रोहित 16 साल की उम्र से आई-लीग में भी खेल रहे थे. आई-लीग के दौरान 16 साल की उम्र में ही रोहित के नाम उल्लेखनीय रिकार्ड चुका था. 16 साल की उम्र में आइजोल के खिलाफ गोल मारकर वह भारतीय फुटबाल टीम के शीर्ष प्रभाग में, सबसे कम उम्र में गोल मारने वाले खिलाड़ी बन गये थे.
(Rohit Danu Football Player)
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