पंचाचूली की चोटियों के साये में बसे मुनस्यारी का नाम आते ही इसके साथ जुड़ी एक पुरानी कहावत स्मृतियों में आती है – “सार संसार एक मुनस्यार”. इस कहावत का मतलब है संसार भर का प्राकृतिक सौन्दर्य एक तरफ और दूसरी तरफ अकेले मुनस्यारी.
(Photos of Munsiyari 2023)
मुनस्यारी को देखकर लगता है मानो कुदरत ने अपने सर्वश्रेष्ठ रंग मुनस्यारी को रचने के लिये बचा लिये हों. हर मौसम में मुनस्यारी अलग रंग में नज़र आता है. फिर नवम्बर की गुनगुनी धूप में मुनस्यारी के क्या ही कहने.
एक असल पहाड़ी नवम्बर के महीने का सुकून खूब जानता है. नवम्बर के महीने में पहाड़ों में धूप फिसलती हुई गुनगुनी सी लगती है. नवम्बर की इस फिसलती धूप में देखिये मुनस्यारी और उसके आस-पास की तस्वीरें – (सभी तस्वीरें रवि वल्दिया ने ली हैं)
(Photos of Munsiyari 2023)
रवि वल्दिया की फोटोग्राफी आनन्द लेने के लिये उन्होंने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी फॉलो किया जा सकता है :
रवि वल्दिया का फेसबुक पेज : Ravi Valdiya Photography
रवि वल्दिया का इंस्टाग्राम अकाउंट : ravi.valdiya
इसे भी देखें : रवि वल्दिया के मोबाइल से पिथौरागढ़ की जादुई तस्वीरें
काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में आज से कोई 120…
उत्तराखंड के सीमान्त जिले पिथौरागढ़ के छोटे से गाँव बुंगाछीना के कर्नल रजनीश जोशी ने…
(1906 में छपी सी. डब्लू. मरफ़ी की किताब ‘अ गाइड टू नैनीताल एंड कुमाऊं’ में…
पिछली कड़ी : साधो ! देखो ये जग बौराना इस बीच मेरे भी ट्रांसफर होते…
आपने उत्तराखण्ड में बनी कितनी फिल्में देखी हैं या आप कुमाऊँ-गढ़वाल की कितनी फिल्मों के…
“भोर के उजाले में मैंने देखा कि हमारी खाइयां कितनी जर्जर स्थिति में हैं. पिछली…