जगमोहन रौतेला

उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिये निःशुल्क कक्षाएं – एक बहुत सराहनीय पहल

राजकीय शिक्षक संघ व माध्यमिक संघ की नैनीताल इकाईयां पिछले वर्षों की तरह इस साल भी 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जाड़ों की छुट्टियों में नि:शुल्क कोचिंग देंगी, ताकि विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी सही तरीके से हो सके. यह एकैडेमिक सेल राजकीय शिक्षक संघ की नैनीताल इकाई तथा माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यापकों का प्रकोष्ठ है. जिसके द्वारा प्रतिवर्ष उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कक्षा – 10 के विद्यार्थियों के लिए गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान विषयों, कक्षा – 12 (ए) के विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र  विषयों और कक्षा – 12 (बी) के विद्यार्थियों के लिए भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, अंग्रेजी विषयों  के लिए नैनीताल जनपद के चार केन्द्रों पर निःशुल्क कक्षाएँ संचालित की जाती हैं. जिसमें शिक्षण कार्य नैनीताल जिले के अतिरिक्त अन्य जिलों के इच्छुक महिला व पुरुष अध्यापकों द्वारा किया जाता है. Free classes for students of Uttarakhand Board

बोर्ड परीक्षा के इस शिक्षा सत्र 2019-20 के विद्यार्थियों के लिए नैनीताल जनपद के विभिन्न केंद्रों में निःशुल्क कक्षाएँ आगामी 2 जनवरी 2020 से 9 जनवरी 2020 तक संचालित की जा रही हैं. इसके लिए कक्षा – 10 व कक्षा -12 के विद्यार्थियों का ऑनलाइन पंजीकरण एकैडेमिक सेल की वेबसाइट www.academiccell.in  के माध्यम से प्रारम्भ हो चुका है. जो विद्यार्थी नेट की परेशानी या दूसरे किसी भी कारण से ऑनलाइन पंजीकरण करवाने में सफल नहीं हो पाएँगे, उनके लिए ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी की गई है.

एकैडमिक सेल ने नैनीताल जनपद के सभी हाई स्कूल व इन्टर कॉलेज के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों से भी इस बारे में निवेदन किया है कि वे अपने – अपने विद्यालयों में निःशुल्क कक्षाओं का लाभ लेने के लिए बोर्ड परीक्षार्थियों को सूचित करने तथा विद्यालय के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पंजीकरण करने में सहायता करने में सहयोग करें. अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.academiccell.in विजिट करें या फिर इससे जुड़े अध्यापकों के निम्न मोबाइल नम्बर पर भी सम्पर्क कर के जानकारी ली जा सकती है.

एकैडेमिक सेल नैनीताल

 डॉ. गोकुल सिंह मर्तोलिया - 9675215296
अमर सिंह बिष्ट - 9412967078
हेमन्त डूंगराकोटी – 9412044080
पी.सी. जोशी - 9719971736
हेम त्रिपाठी - 9761269253
सौरभ दयाल - 9410589277
डॉ. बी.एम. तिवारी - 9634756717
डॉ. दिनेश गिरि - 9012004076

डॉ. गोकुल मर्तोलिया
हेम त्रिपाठी
डॉ. दिनेश गिरी
अमर सिंह बिष्ट
हेमन्त डूँगराकोटी
सौरभ दयाल
डॉ. बीएम तिवारी
पीसी जोशी

रजिस्ट्रशन कैसे करें ?

डॉ. गोकुल मर्तोलिया के अनुसार, ऐकैडेमिक सेल द्वारा उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा 2020 की तैयारी हेतु हल्द्वानी, कालाढ़ूँगी, भीमताल में निःशुल्क संचालित की जाने वाली कक्षाओं के लिए विद्यार्थी दो प्रकार से पंजीकरण कर सकते हैं -(1) ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (2) ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन.

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन – उत्तराखण्ड बोर्ड का कोई भी दसवीं या बारहवीं  का विद्यार्थी वेबसाइट ” www.academiccell.in ” के रजिस्ट्रेशन पेज पर उपलब्ध ऑनलाइन फॉर्म भरकर अपना पंजीकरण करवा सकता है. रजिस्ट्रेशन पेज पर उपलब्ध ऑनलाइन फॉर्म भरकर ” SEND ” बटन क्लिक करने पर पंजीकरण पूरा हो जाता है. विद्यार्थी का पंजीकरण कोड नंबर ऑनलाइन फॉर्म में उपलब्ध कराये गए नंबर पर एकैडेमिक सेल द्वारा एक सप्ताह के अन्दर भेज दिया जायेगा, यदि किसी कारण रजिस्ट्रेशन कोड प्राप्त नहीं हो पाता है तो कक्षाएँ प्रारम्भ होने के पहले दिन सम्बंधित केंद्र से प्राप्त किया जा सकता है. Free classes for students of Uttarakhand Board

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन- वेबसाइट के डाउनलोड पेज पर जाकर आवेदन पत्र का प्रारूप भरकर दो प्रतियों में आगामी 2 जनवरी 2020 को राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, कालाढ़ूँगी रोड हल्द्वानी में एकैडेमिक सेल के प्रतिनिधि के पास जमा करना होगा तथा पंजीकरण कोड नम्बर प्राप्त करना होगा. आवेदन पत्र के साथ आधार कार्ड की छायाप्रति भी संलग्न करनी होगी. जिन विद्यार्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया है, उन्हें भी वेबसाइट में उपलब्ध आवेदन पत्र (Application Form) भरकर सम्बंधित केंद्र पर 2 जनवरी 2020 को जमा करना होगा. वेबसाइट पर विद्यार्थियों का पंजीकरण प्रारम्भ भी हो चुका है.

उल्लेखनीय है कि विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग देने के लिए 2016 से ऑनलाइन कक्षाएँ प्रारम्भ की गयी. दो साल बाद 2018 से इसके लिए दो स्कूलों में कक्षाएँ प्रारम्भ की गई. गत वर्ष के शिक्षा सत्र 2018 – 19 से बढ़कर ये चार अध्ययन केन्द्र हो गए.  जिनमें राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, कालाढूँगी रोड, हल्द्वानी, एच.एन.इण्टर कॉलेज, रामपुर रोड,हल्द्वानी,राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कालाढूँगी, राजकीय इण्टर कॉलेज भीमताल में पर कक्षाएँ प्रारम्भ की गयी. इन कक्षाओं से प्रत्येक वर्ष आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों के सैकड़ों विद्यार्थियों को लाभ मिलता है. इन कक्षाओं में इण्टर में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र तथा हाईस्कूल में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान पढ़ाया जाता है. इन कक्षाओं की सबसे खास बात है कि प्रत्येक विषय प्रतिदिन नए अध्यापकों द्वारा पढ़ाई जाता है. जिससे विद्यार्थियोम को हर रोज अलग – अलग शिक्षण शैली का लाभ मिलता है.

उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड में आगामी मार्च 2020 में हाई स्कूल व इंटर मीडिएट की बोर्ड परिक्षायें शुरु होंगी. बोर्ड की परिक्षाओं की तैयारी को लेकर छात्र हमेशा से तनाव के शिकार होते रहे हैं और कई छात्र तो परीक्षा के तनाव के कारण ही आत्मघात जैसा दर्दनाक कदम उठा लेते हैं. छात्रों की इसी समस्या को देखते हुये ही डॉ. गोकुल सिंह मर्तोलिया ने अपने कुछ साथी अध्यापकों के साथ मिलकर 2016 में एक वेबसाइट बनायी. इसके अलावा शिक्षकों ने ” बोर्ड परीक्षा – 2016 ” के नाम से कई वाट्सएप ग्रुप भी बनाये. वाट्सअप व वेबसाइट के माध्यम से छात्र अपने विषयों से सम्बंधित समस्याएँ व सवाल रखते थे. जिनका समाधान विषय विशेषज्ञ अध्यापकों द्वारा कुछ ही समय में वेबसाइट व वाट्सअप के माध्यम से दिया जाता था.

तब वेबसाइट का संचालन करने वाले अध्यापक डॉ. मर्तोलिया इस बारे में बताते हैं, “हम लोगों ने बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों को आनलाइन उनकी समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से वेबसाइट का निर्माण किया था. तब छात्र हर समय लाइव चेटिंग, लीव ए मैसेज, हेल्पलाइन नम्बर और वाट्सअप ग्रुप आदि किसी भी माध्यम से शिक्षकों की मदद लेते थे. छात्रों की मदद के लिये तब उस मुहिम के साथ अलग – अलग विषयों के विशेषज्ञ 40 से अधिक अध्यापक जुड़े हुये थे. जिनमें रसायन विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, संस्कृत आदि विषयों पर ज्यादा सवाल बच्चों के आते थे.

जो छात्र ग्रामीण क्षेत्रों से थे और वहॉ पर नेटवर्क की काफी परेशानी थी, ऐसे छात्रों को वाट्सअप ग्रुप से मदद दी जाती थी. पहले ही साल 2016 में बोर्ड परिक्षा शुरु होने से पहले ही वेबसाइट व दूसरे माध्यमों से 10,000 से अधिक विद्यार्थी जुड़ थे. जिनमें पूरे राज्य के हर जनपद के विद्यार्थी शामिल थे. तब वेबसाइट से मदद लेने के लिये छात्रों को वेबसाइट के होम पेज में स्टूडेंट कॉर्नर पर जाकर फार्म भरना पड़ता था. स्टूडेंट कॉर्नर में रजिस्टर यूअर सेल्फ विकल्प दिखाई देता था. जिसमें छात्र को नाम, पता, मेल आईडी, स्कूल का नाम और सवाल लिखना होता था. उसके बाद सब मिट का बटन दबाया जाता था. उसके कुछ ही क्षण बाद सम्बंधित छात्र के मोबाइल पर एसएमएस व मेल से पंजीकरण कोड मिल जाता था.

कोड मिलने के बाद वेबसाइट के होमपेज पर बने लीव ए मैसेज बटन के माध्यम से छात्र हर समय विभिन्न विषयों से सम्बंधित सवाल पूछते थे. दिन में सवाल पूछने के दो से पॉच घंटे बाद ही विषय विशेषज्ञ अध्यापक द्वारा छात्र के मेल पर सवाल के जवाब भेज दिए जाते थे. पंजीकृत छात्र हर रोज सुबह दस बजे से शाम को पॉच बजे तक लाइव चेटिंग के द्वारा भी अपने सवालों के जवाब प्राप्त कर लेते थे. किसी छात्र को इसके बाद भी किसी सवाल का जवाब समझ में नहीं आता था तो बाद में सम्बंधित छात्र की बात विषय के अध्यापक से भी करवायी जाती थी.

एकैडेमिक सेल के कॉर्डिनेटर तथा राजकीय इण्टर कॉलेज गुनियालेख ( जिला नैनीताल ) के जीव विज्ञान प्रवक्ता द्वारा डिजाइन किया गया है. एकैडेमिक सेल से शासकीय तथा अशासकीय विद्यालयों के 100 से अधिक अध्यापक, अध्यापिकाएँ जुडे हैं. जो निःशुल्क शिक्षण इन कक्षाओं में करते हैं. इन चार अध्ययन केन्द्रों के केन्द्र प्रभारी अमर सिंह बिष्ट, हेमन्त डूंगरकोटी, पी.सी.जोशी, हेम त्रिपाठी, सौरभ दयाल, डॉ.बी.एम.तिवारी, डॉ.दिनेश गिरि हैं.

बोर्ड परीक्षा के छात्रों की मदद के लिये नैनीताल जिले के धारी ब्लॉक के शिक्षकों द्वारा शिक्षा सत्र 2015 – 16 में की गयी यह पहल अब उल्लेखनीय बन गयी है. वह भी इसलिये कि शिक्षा का सरकारी ढॉचा पिछले कुछ वर्षों से लगातार चरमरा ही नहीं रहा है, बल्कि इसने अध्यापकों की छवि को भी खराब किया है. दूर दराज के अध्यापकों के बारे में तो जनमानस में यह छवि बन गयी है कि वे किसी न किसी बहाने से स्कूल से गायब रहते हैं ताकि पढ़ाने के झंझट से मुक्ति मिले. पर डॉ. मर्तोलिया और उनके साथ ऐकैडेमिक सेल से जुड़े 100 से अधिक अध्यापकों ने जो कदम उठाया है, वह बेहद सराहनीय व अनुकरणीय है. Free classes for students of Uttarakhand Board

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काफल ट्री के नियमित सहयोगी जगमोहन रौतेला वरिष्ठ पत्रकार हैं और हल्द्वानी में रहते हैं. अपने धारदार लेखन और पैनी सामाजिक-राजनैतिक दृष्टि के लिए जाने जाते हैं.

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Girish Lohani

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