बीते 16 फरवरी के दिन उत्तराखंड फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. उत्तराखंड की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा पूरी होने की खबर आई नहीं थी उससे पहले परीक्षा में धांधली की ख़बरें आ गयी. Forest Guard Recruitment Scam Uttarakhand
इस संबंध में अगले दिन से ही छात्रों द्वारा विरोध किया गया और पहले दिन से ही मुख्य मीडिया द्वारा इसे बड़ी खबर के रूप में छापने पर सरकार ने विरोध पर जवाब जारी करना शुरु किया. इस क्रम में सरकार न जाने किन कारणों से लीपापोती करने में लगी नज़र आती है.
परीक्षा का आयोजन करने वाला आयोग स्पष्ट रूप से कह चुका है कि परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है. वन मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री लगातार किसी भी प्रकार की धांधली से इंकार कर रहे हैं इधर पुलिस ने भर्ती मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस मामले में अखबारों में हर दिन नये व्यक्ति की गिरफ्तारी की ख़बरें आ रही हैं इसके बावजूद सरकार का कहना है कि धांधली नहीं हुई है. यह प्रश्न का विषय है कि यदि धांधली नहीं है तो सरकार किसी को गिरफ्तार क्यों कर रही है. Forest Guard Recruitment Scam Uttarakhand
विपक्ष द्वारा भी विधानसभा सत्र में मामला उठाया गया लेकिन सरकार ने उसकी बात को अपने बहुमत के बल पर टाल दिया और विपक्ष का विरोध उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के सामूहिक नृत्य के सामने फीका पड़ गया.
देहरादून में पिछले कई दिनों से बेरोजगार छात्र परेड ग्राउंड में धरना दे रहे हैं. पी.सी. पन्त और बॉबी पंवार नाम के दो युवक पांच दिन से आमरण अनशन पर हैं उनकी एकमात्र मांग है – परीक्षा निरस्त कराई जाये और निश्चित समय सीमा के अंदर दुबारा परीक्षा का आयोजन हो.
शुरुआत से ही सरकार ने युवाओं की अनदेखी की लेकिन जब धरने के चौथे दिन युवाओं ने सामूहिक आत्मदाह की बात कही तो सरकार की और से धरना स्थल पर देहरादून के मेयर मिलने आये जहां उन्होंने युवाओं की मांग को यह कहकर ख़ारिज कर दिया कि एसआईटी की जांच चल रही है उसका निर्णय आने तक कुछ नहीं किया जा सकता. Forest Guard Recruitment Scam Uttarakhand
बीते दिन आमरण अनशन पर बैठे दोनों युवाओं को पुलिस ने जबरन धरना स्थल से उठा दिया गया. इस दौरान पुलिस द्वारा हाथापाई और छात्राओं के साथ अभद्रता की बात भी कही जा रही है. युवाओं द्वारा फेसबुक लाइव पर जारी एक वीडियो में धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर आरोप लगाया गया है कि छात्राओं के साथ पुरुष पुलिस वालों ने अभद्रता की है.
बीती रात तक दोनों युवाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. दोनों का कहना है कि उनका अनशन अभी जारी है उनके स्थान पर धरने का नेतृत्व दो अन्य छात्र कर रहे हैं. राज्य के अन्य जिलों में भी उनके समर्थन में प्रदर्शन किये जा रहे हैं. Forest Guard Recruitment Scam Uttarakhand
यह मामला कितना गंभीर है इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि आन्दोलन शुरु होने के कुछ दिन में ही आयोग नई भर्ती जारी करता है जिसके विषय में मुख्यमंत्री स्वयं फेसबुक पोस्ट कर कहते हैं कि
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. आप पूरी लगन और निष्ठा के साथ तैयारी कीजिये. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि चयन प्रक्रिया में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता बरती जाएगी.
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