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एक मिसाल है उत्तराखंड के जगत सिंह चौधरी ‘जंगली’ का जंगल : विश्व वन दिवस विशेष

उत्तराखण्ड के गढ़वाल इलाके में रूद्रप्रयाग जिले के एक छोटे से गांव में रहते हैं जगत सिंह चौधरी और ‘जंगली’…

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जॉनी: लोग हमें हमारे जूतों से पहचानते है

जॉनी राजकुमार का भी एक ज़माना था. फुटबाल के साइज़ जितना उनका ईगो था. वो सर्व सुलभ कलाकार नहीं थे.…

6 years ago

उत्तराखंड कैबिनेट ने कीड़ा जड़ी विपणन और दोहन नीति को दी मंजूरी

कीड़ाजड़ी के कारोबार को सरकार ने वैध घोषित कर दिया है. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में कैबिनेट…

6 years ago

हर ‘जिंदगी’ को धुएं में उड़ाता चला गया !

अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर 'ग्लोबल हेल्थ रिसर्च पेपर' की रिपोर्ट के हवाले से पता चला हैं कि…

6 years ago

दो के बराबर एक चाँद की जुन्याली क्यों होती है पहाड़ों में

धुर गहराती कातिग के महीने चम्म चमकीले झीने उजास को बिखेरती जुन्याली रात का उजाला ऐसा कि दूर खड़ीक के…

6 years ago

उत्तराखण्ड में वन्यजीवों की सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार

उत्तराखंड में वन्यजीवों की सुरक्षा किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. राज्य में 6 नेशनल पार्क, 7 अभ्यारण और…

6 years ago

जंगली बने सीमा सुरक्षा बल के ब्रांड एम्बेसेडर

अपनी जिद और परिश्रम के बल पर बंजर धरती को हरे-भरे जंगल में बदलें वाले और अब एक पर्यावरणविद के…

6 years ago

हमें अपने नायकों को नए सिरे से पहचानने और बदलने की ज़रुरत है

यह सेलेब्रिटी युग है. डेरा चलाने वाले बाबा से लेकर ड्रग एडिक्शन से जूझ रहा बम्बइया एक्टर और अबोध इंसान…

6 years ago

मोदी अपने कार्यकाल के सबसे कमज़ोर दौर में आ चुके हैं?

-प्रशांत टंडन पिछले चैबीस घंटों के घटनाक्रम आने वाले देश की राजनीति में भूचाल ला सकते हैं. एक के बाद…

6 years ago

खूंखार मंडरा रहे हैं और इन सबके बीच एक स्त्री अपनी स्वतंत्रतता में आ जा रही है

समंदर के पास रहने वाली एक लड़की की स्मृति में - शिवप्रसाद जोशी कुछ वर्ष पुरानी एक रेल की धड़धड़ाहट,…

6 years ago