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इतने विशाल हिंदी समाज में सिर्फ डेढ़ यार : नौवीं क़िस्त

अनुवाद पढ़कर बनता है गंभीर और स्थायी पाठक भारत जैसे महादेश में जितनी भाषाएं बोली जाती हैं, उन्हें देखते हुए…

6 years ago

नैनीताल के तीन नौजवानों की फाकामस्त विश्वयात्रा – 4

डमास्कस में किस्मत के सितारे आज कुछ बुलंद लग रहे थे. लिफ्ट के लिए हमें इंतजार नहीं करना पड़ा. 25'०००…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 14

पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से…

6 years ago

हमें अदाएँ दीवाली की ज़ोर भाती हैं

आज से कोई तीन सौ बरस पहले आगरे में एक बड़े शायर हुए नज़ीर अकबराबादी. नज़ीर अकबराबादी साहब (1740-1830) उर्दू…

6 years ago

अंतर देस इ उर्फ़… शेष कुशल है! भाग – 5

गुडी गुडी डेज़ अमित श्रीवास्तव हीरामन उवाच ‘गुडी गुडी मुहल्ले की निवर्तमान सामाजिकी चार आप्त वाक्यों से मिलकर बनी थी,'…

6 years ago

जो रास्ता नहीं भूलते

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago

हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने – 26

1960 से पहले यहाँ यात्रियों, पर्यटकों के टिकने के लिए विशेष होटलों कि व्यवस्था नहीं थी. तेवाड़ी होटल, जगदीश होटल,…

6 years ago

उत्तराखंड में संभावनायें

हम उत्तराखंड राज्य की स्थापना की 18वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. इस राज्य को बनाने का सबसे पहला संगठित…

6 years ago

एक दिलकश हिमालयी ताल: देवरियाताल

रूद्रप्रयाग से 49 किमी की दूरी पर स्थित देवरिया ताल एक दिलकश हिमालयी है. हरे भरे जंगलों से घिरी इस…

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नैनीताल के तीन नौजवानों की फाकामस्त विश्वयात्रा – 3

तुर्की की रेल में हिंदी का गीत तेहरान से आगे की यात्रा रोचक रही. तेहरान से इस्ताम्बुल  तक का रेलवे…

6 years ago