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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने : 34

सरदार जगत सिंह के बड़े भाई दिलबर सिंह उनसे 10 साल बड़े थे. पिताजी के व्यवसाय में हाथ बताने के…

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जौनसार बावर: जहाँ सामूहिकता और सामुदायिकता जिन्दा है

जौनसार-बावरः अतीत से भविष्य तक –सुभाष तराण सुदूर उत्तर भारत के पहाडी प्रदेश उत्तराखंड में यमुना अपने उद्गम से लगभग…

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उत्तराखण्ड में शीतला देवी के विशिष्ट रूप

शीतलादेवी के मंदिर उत्तराखण्ड के अनेक स्थानों में हैं. कुमाऊं में यह बरौरी, द्वाराहाट, शीतलाखेत, अल्मोड़ा तथा काठगोदाम में हैं.…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 25

पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से…

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बमराड़ी ढाबे में झोली डुबके के मज़े

कुमाऊँ के बागेश्वर और गरुड़ के ठीक बीच में एक छोटी सी बसासत पड़ती है - बमराड़ी. यहाँ से दोनों…

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जौलजीबी मेला 2018 – फोटो निबन्ध

जौलजीबी का मेला एक ऐतिहासिक ही नहीं सांस्कृतिक मेला भी है. नेपाल और पिथौरागढ़ सीमांत के इस क्षेत्र के लोगों…

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इतिहास रावत कौम का पहला हिस्सा – पंडित नैनसिंह रावत की डायरी

तिब्बत का पहला भौगोलिक अन्वेषण करने वाले उन्नीसवीं शताब्दी के महानतम अन्वेषकों में से एक माने जाने वाले मुनस्यारी की…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने : 33

कुमाऊं अंचल में कई प्रख्यात कलाकारों, रंगकर्मियों, साहित्यकारों ने जन्म लिया. उनमें से कुछ को जाना गया, कुछ उपेक्षित रहे…

6 years ago

भाई साहब की विज्ञान से नाराजगी

भाई साहब विज्ञान विषय से उच्च शिक्षित हैं. मोबाइल, लैपटॉप, फ्रिज, कार, मोटरसाइकिल सबका भरपूर प्रयोग करते हैं, लेकिन विज्ञान…

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तीन देशों की साझी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ऐतिहासिक जौलजीबी मेला

भारत और नेपाल की सीमा पर पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से तकरीबन 68 किमी. पर जौलजीबी कस्बा बसा है. सीमावर्ती क्षेत्र…

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