सत्तर के दशक के शुरूआती साल होंगे. पिथौरागढ़ महाविद्यालय में स्नातकोत्तर की कक्षायें शुरु हो चुकी थी. 1963 में बने…
हिन्दी के मूर्धन्य कथाकार-उपन्यासकार शैलेश मटियानी (Shailesh Matiyani) अल्मोड़ा जिले के बाड़ेछीना में 14 अक्टूबर 1931 को जन्मे थे. सतत…
पिता-पुत्री का घर नीलामी की भेंट चढ़ जाता है. वे नायक के यहाँ शरण लेते हैं, जिसके खुद के हालात…
शतरंज का नाम लेते ही किसी भी भारतीय के मन में स्वाभाविक रूप से विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनन्द की तस्वीर…
ऐड़ाद्यो के मंदिर (Airadyo Temple Uttarakhand) पहुँचने के लिए अल्मोड़ा से दो अलग-अलग रास्ते हैं. पहले रास्ते के लिए अल्मोड़ा…
गई जब रामी धोबन एक दिन दरिया नहाने को वहाँ बैठा था चंडीदास अफ़साना सुनाने को कहा उसने के रामी…
साहित्य अकादेमी पुरुस्कार से सम्मानित मंगलेश डबराल (Manglesh Dabral) हमारी भाषा के जाने माने कवि हैं. 16 मई 1948 को…
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत बिनसर-धौलछीना मोटर मार्ग के पास ग्राम कतनिया नैल एक स्वच्छ, सुंदर व संपन्न गाँव है जहां…
1956 के मेलबर्न ओलम्पिक में भारत चौथे स्थान पर रहा था. सभी को उम्मीद थी कि 1960 के रोम ओलम्पिक…
गणतन्त्र के मौके पर राष्ट्र का नागरिकों के राष्ट्र का नागरिकों के नाम पत्र मिला था .आज उसका प्रीक्वेल भी…