Featured

मेरी माँ अब नहीं हैं लेकिन वह नदी अब भी है

आज से नब्बे साल पहले यानी 3 अप्रैल 1929 को शिमला (हिमाचल प्रदेश) में जन्मे निर्मल वर्मा अपने विशिष्ट गद्य…

5 years ago

वनवासियों की व्यथा- समाधान की चिंता

वनवासियों की व्यथा का यह अंतिम हिस्सा है. इस हिस्से में फरवरी माह से हुये नवीनतम घटनाक्रम वर्णित है. इस…

5 years ago

नैनीताल लोकसभा सीट: जहाँ से गोविन्द बल्लभ पंत के बेटे-बहू भी रहे सांसद

पहाड़, भाबर व तराई वाले तीन तरह की भूमि के मिश्रणों वाली नैनीताल लोकसभा सीट अपने पहले लोकसभा चुनाव के…

5 years ago

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम

आज से काफल ट्री के पाठकों के लिए गायत्री आर्य का कॉलम शुरू किया जा रहा है. ये कॉलम एक…

5 years ago

दिल्ली फिर एक बार

कहो देबी, कथा कहो – 39 पिछली कड़ी- कहो देबी, कथा कहो – 38 तो, परिवार को साल भर के…

5 years ago

जब लता मंगेशकर को 500 रुपये मिलते थे, के. आसिफ ने उन्हें एक गाने के 25000 रुपये दिए थे

पटियाला घराने के खलीफा गायक उस्ताद बड़े गुलाम अली खान साहब का जन्म आज ही दिन यानी 2 अप्रैल 1902…

5 years ago

रचना सिंह के कारण जब पूरी कक्षा के सामने मेरी इज्जत दांव पर लगी

पहाड़ और मेरा जीवन –27 मैं आप लोगों को इस बार केंद्रीय विद्यालय पिथौरागढ़ का किस्सा सुनाने जा रहा हूं.…

5 years ago

करम सिंह भण्डारी 1973 में पिथौरागढ़ से विधायकी का चुनाव लड़े

यह विडम्बना ही है कि जब तक करम सिंह जीवित रहे, वे अन्जान बने रहे. अब जब वह नहीं हैं,…

5 years ago

पहाड़ में काफल पक चुके हैं

काफल पाको चैता बसंत अब विदा होने को है और काफल पकने को तैयार हैं. ऋतु परिवर्तन के बीच कई…

5 years ago

करिश्माई राजनीति के इंतज़ार में रहता है भारतीय मतदाता

हम भारतीयों को एक सामान्य बात जो जोड़ कर रखती है वह चमत्कार पर विश्वास. हमें हमेशा चमत्कार पर विश्वास…

5 years ago