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अल्मोड़ा की एक शाम

"दुनिया की हर शहर की शाम को नोटिस किया जाना चाहिए" ऊपर लिखे इन ग्यारह शब्दों में कोई फलसफा नहीं…

6 years ago

पहाड़ सा बोझ उठाती पहाड़ी मां : स्व. कमल जोशी का फोटो निबंध

अपनी कविता में चंद्रकांत देवताले मां पर एक जगह लिखते हैं - मैंने धरती पर कविता लिखी है चंद्रमा को…

6 years ago

माँ होने का मतलब उस स्त्री से पूछना जो माँ नहीं होती

'माँ, महान होती है.' 'माँ, महान ही होती है.' हमारी सामाजिक व्यवस्था में ये दोनों वाक्य अधूरे हैं. इसका एक…

6 years ago

रूना लैला: क्वीन ऑफ़ बांग्ला पॉप

क्वीन ऑफ़ बांग्ला पॉप के नाम से मशहूर रूना लैला, बॉलीवुड में एक ताजा हवा के झोंके सी आईं. उनका…

6 years ago

अम्मा: आलोक श्रीवास्तव की कविता

अम्मा चिंतन दर्शन जीवन सर्जन रूह नज़र पर छाई अम्मा सारे घर का शोर शराबा सूनापन तनहाई अम्मा उसने खुद़…

6 years ago

कुमाऊँ की कोसी नदी की कहानी

कुमाऊँ की सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक हैं कोसी (Story of Kosi River of Kumaon). पुराने विशेषज्ञों की मानें…

6 years ago

एक लोक भाषा कवि

लोकभाषा में उनका उपनाम 'चाखलू' था, तो देवनागरी में 'पखेरू'. दोनों नाम समानार्थी बताए जाते थे. भयंकर लिक्खाड़ थे. सिंगल…

6 years ago

झोली, डुबके और टपकिये के बहाने अल्मोड़े के खाने के अड्डों की सैर

आदमजात की जितनी भी मूलभूत आवश्यकताएं हैं, उनमें पहले नंबर पर आता है खाना (Restaurants of Almora town). खाना अव्वल…

6 years ago

जानूँ जानूँ री, काहे खनके है तोरा कंगना

मेलोडेलिशियस - 2 ये ऑल इंडिया रेडियो नहीं है. ये ज़ेहन की आवाज़ है. काउंट डाउन नहीं है ये कोई.…

6 years ago

मैं आता रहूँगा उजली रातों में तुम्हारे लिए

मैं आता रहूँगा तुम्हारे लिए (Poem by Chandrakant Devtale) - चन्द्रकान्त देवताले मेरे होने के प्रगाढ़ अंधेरे को पता नहीं…

6 years ago