सिनेमा

पीहू की कहानियाँ – 5

मैडम अभी सो रही हैं मैडम को पॉटी आ गई है मैडम सुसु करने गई है मैडम का अभी मूड…

6 years ago

‘बधाई हो’ : गम्भीर परिस्थितियों से उपजी सरल कॉमेडी

बॉलीवुड में गम्भीर विषयों पर बनी 'सिचुएशनल कॉमेडी' फिल्मों में 'पड़ोसन', 'चुपके चुपके', 'गोलमाल', 'जाने भी दो यारो', 'अंदाज अपना…

6 years ago

विचारोत्तेजक सवाल छोड़ती जाती है ‘सन ऑफ मंजीत सिंह’ फिल्म

लगता है कि अच्छी फिल्मों का दौर फिर से लौट आया है. बॉलीवुड में तो अच्छी - अर्थपूर्ण फिल्में बन…

6 years ago

यश चोपड़ा निर्देशित पहली फिल्म

बी आर फिल्म्स की यश चोपड़ा निर्देशित पहली फिल्म थी धूल का फूल. यश चोपड़ा ने फिल्म निर्माण का पहला…

6 years ago

अनारकली की हिचकी

सलीम अनारकली की प्रेमकथा फंतासी शैली में हिंदी ही नहीं, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम में भी फिल्मांकित की गई. मूक…

6 years ago

महबूब खां का एक्स्ट्रा से एक्टर तक का सफ़र

महबूब खां का जन्म बड़ौदा ( गुजरात ) के निकट सरार गाँव में एक निहायत गरीब परिवार में हुआ था,…

6 years ago

रुद्रपुर में ‘अपनी धुन में कबूतरी’ वृत्तचित्र का प्रदर्शन

लोकगायिका स्व. कबूतरी देवी उत्तराखंड की ऐसी पहली गायिका हैं जिन्होंने रेडियो के जमाने में खूब नाम कमाया. किसी पहाड़ी…

6 years ago

अलीबाबा और चालीस चोर में एक चोर थे महबूब खां

1939 में महबूब खां को अरेबियन नाइट्स की मशहूर कहानी पर आधारित अलीबाबा फिल्म का निर्देशन सौंपा गया. वह अपनी…

6 years ago

हंटरवाली की कहानी

बीसवीं शताब्दी के उस दौर में वाडिया बंधु उस दौर में हंटरवाली के निर्माण की योजना बना रहे थे जब…

6 years ago

सिनेमा : मध्यमवर्गीय लड़कियों की अन्तरंग कहानी ‘निर्णय’

ग़ाज़ियाबाद की निम्न मध्यवर्गीय बस्ती प्रताप विहार में पली-बढ़ी पुष्पा रावत के लिए वह दिन बहुत निर्णयात्मक साबित हुआ जब…

6 years ago