सिनेमा

‘बधाई हो’ : गम्भीर परिस्थितियों से उपजी सरल कॉमेडी

बॉलीवुड में गम्भीर विषयों पर बनी 'सिचुएशनल कॉमेडी' फिल्मों में 'पड़ोसन', 'चुपके चुपके', 'गोलमाल', 'जाने भी दो यारो', 'अंदाज अपना…

6 years ago

विचारोत्तेजक सवाल छोड़ती जाती है ‘सन ऑफ मंजीत सिंह’ फिल्म

लगता है कि अच्छी फिल्मों का दौर फिर से लौट आया है. बॉलीवुड में तो अच्छी - अर्थपूर्ण फिल्में बन…

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यश चोपड़ा निर्देशित पहली फिल्म

बी आर फिल्म्स की यश चोपड़ा निर्देशित पहली फिल्म थी धूल का फूल. यश चोपड़ा ने फिल्म निर्माण का पहला…

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अनारकली की हिचकी

सलीम अनारकली की प्रेमकथा फंतासी शैली में हिंदी ही नहीं, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम में भी फिल्मांकित की गई. मूक…

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महबूब खां का एक्स्ट्रा से एक्टर तक का सफ़र

महबूब खां का जन्म बड़ौदा ( गुजरात ) के निकट सरार गाँव में एक निहायत गरीब परिवार में हुआ था,…

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रुद्रपुर में ‘अपनी धुन में कबूतरी’ वृत्तचित्र का प्रदर्शन

लोकगायिका स्व. कबूतरी देवी उत्तराखंड की ऐसी पहली गायिका हैं जिन्होंने रेडियो के जमाने में खूब नाम कमाया. किसी पहाड़ी…

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अलीबाबा और चालीस चोर में एक चोर थे महबूब खां

1939 में महबूब खां को अरेबियन नाइट्स की मशहूर कहानी पर आधारित अलीबाबा फिल्म का निर्देशन सौंपा गया. वह अपनी…

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हंटरवाली की कहानी

बीसवीं शताब्दी के उस दौर में वाडिया बंधु उस दौर में हंटरवाली के निर्माण की योजना बना रहे थे जब…

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सिनेमा : मध्यमवर्गीय लड़कियों की अन्तरंग कहानी ‘निर्णय’

ग़ाज़ियाबाद की निम्न मध्यवर्गीय बस्ती प्रताप विहार में पली-बढ़ी पुष्पा रावत के लिए वह दिन बहुत निर्णयात्मक साबित हुआ जब…

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हिंदी सिनेमा की पहली ब्लैक कॉमेडी

यदि हिंदी सिनेमा में अभिनय की विभिन्न पाठशालाओं पर एक मोटी-मोटी नजर दौड़ाई जाये तो दो स्कूल सबसे पहले दिखलाई…

6 years ago