किस्से

मीना कुमारी – त्रासदी का दूसरा नाम !मीना कुमारी – त्रासदी का दूसरा नाम !

मीना कुमारी – त्रासदी का दूसरा नाम !

सिनेमा इतिहास की सर्वश्रेष्ठ ट्रेजेडी क्वीन के लिए कई बार फ़ेहरिस्त बनी. टॉप पर हमेशा दिवंगत मीना कुमारी नाम ही…

6 years ago
सिनेमा में लॉन्ग शॉट का मतलबसिनेमा में लॉन्ग शॉट का मतलब

सिनेमा में लॉन्ग शॉट का मतलब

[दिल्ली में रहनेवाले संजय जोशी की जड़ें पहाड़ों में बहुत गहरे धंसी हुई हैं. वे नामचीन्ह लेखक शेखर जोशी के…

6 years ago
मथुरा के जमुनापार ने बनाया अपना सिनेमामथुरा के जमुनापार ने बनाया अपना सिनेमा

मथुरा के जमुनापार ने बनाया अपना सिनेमा

[दिल्ली में रहनेवाले संजय जोशी की जड़ें पहाड़ों में बहुत गहरे धंसी हुई हैं. वे नामचीन्ह लेखक शेखर जोशी के…

6 years ago
गीतकार शैलेन्द्र को याद करने का दिन है आजगीतकार शैलेन्द्र को याद करने का दिन है आज

गीतकार शैलेन्द्र को याद करने का दिन है आज

30 अगस्त 1923 को रावलपिंडी में जन्मे थे गीतकार शंकर शैलेन्द्र. उनका मूल गांव धुसपुर बिहार के आरा जिले में…

6 years ago
फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 3फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 3

फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 3

(पिछली किस्त से आगे) और नजीर हुसैन हमेशा न जाने कैसे कोई एक बेहद अमीर आदमी होता है. उसकी बीवी…

7 years ago
फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 2फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 2

फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 2

(पिछली क़िस्त से आगे) सिनेमा की टिकटों के लिए खिड़की खुलने से काफी पहले ही लम्बी क़तार लग जाया करती…

7 years ago
फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 1फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 1

फ़िल्मों की बहार उर्फ़ जाने कहां गए वो दिन – 1

जिस तरह पुराने हीरो अब हीरो नहीं रहे, एक दम ज़ीरो हो गए हैं या दादा-नाना बनकर खंखार रहे हैं,…

7 years ago
चलो दिलदार चलो – एक म्यूजिक डायरेक्टर थे गुलाम मोहम्मदचलो दिलदार चलो – एक म्यूजिक डायरेक्टर थे गुलाम मोहम्मद

चलो दिलदार चलो – एक म्यूजिक डायरेक्टर थे गुलाम मोहम्मद

साहिर लुधियानवी ने लिखा था - “ये बस्ती है मुर्दापरस्तों की बस्ती”. ताज़िन्दगी आदमी इस मुगालते में जीता है कि…

7 years ago