परम्परा

लोकपर्व सातों-आठों में पहले दिन महिलायें ऐसे बनाती हैं गमारा

उत्तराखंड में इन दिनों सातों आठों लोकपर्व की धूम है. सातों-आठों भाद्रपद मास की सप्तमी और अष्टमी को मनाया जाने…

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आज भिगाते हैं सातों-आठों लोकपर्व के लिये बिरुड़े

कुमाऊं के गांवों में आज से सातों-आठों लोकपर्व की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. सातों-आठों कुमाऊं में बड़े उल्लास मनाया…

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क्या आप जानते हैं घ्यूं त्यार क्यों मनाया जाता है

अपनी विशिष्ट लोक परम्पराओं से उत्तराखंड के लोग अपने समाज को अलग खुशबू देते हैं. शायद ही ऐसा कोई महिना…

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बग्वाल 2019 के कुछ और फोटो: रोहित भट्ट

थाना बाज़ार, अल्मोड़ा में रहने वाले हमारे पाठक रोहित भट्ट ने देवीधूरा में 15 अगस्त को हुई बग्वाल की कुछ…

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काली कुमाऊँ के देवीधूरा की बग्वाल

काली कुमाऊँ के देवीधूरा में रक्षा बंधन (श्रावणी पूर्णिमा) के दिन बग्वाल (पत्थर युद्ध) खेले जाने की परंपरा है. इससे…

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क्या होती है पार्थिव पूजा

पार्थिव पूजा कुमाऊँ में सर्वत्र मनाया जाने वाला अनुष्ठान है. श्रावण के महीने में काली चतुर्दशी के दिन इस पूजा…

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मध्य देशों से कुमाऊं-गढ़वाल के घरों में कैसे पहुंची नाक की नथुली

उत्तराखंड में महिलाओं के आभूषण किसी को भी आकर्षित कर सकते हैं. इन्हीं आभूषणों में एक नाक की नथ या…

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पहले इस तरह होता था कुमाऊं में नामकरण संस्कार

किसी भी परिवार में शिशु का जन्म किसी उत्सव से कम नहीं है. कुमाऊं में पहले शिशु के नामकरण किस…

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पहाड़ियों को बहुत प्रिय है घुघूती

पहाड़ों में जिन पक्षियों ने जनमानस को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है उनमें से एक है घुघूती. इससे जुड़े गीतों…

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बल्दिया एकादशी: बैलों की छुट्टी और मौज-मस्ती का दिन

उत्तराखंड का बहुजन समाज मुख्यतः कृषक और पशुपालक रहा है. इनके लिए जमीन और पशुधन सबसे ज्यादा प्रिय और कीमती…

5 years ago