इतिहास

बैरन ने दुनिया को नैनीताल के बारे में क्या बताया

कुमाऊं के दूसरे कमिश्नर ट्रेल नैनीताल की यात्रा करने वाले पहले यूरोपीय व्यक्ति थे लेकिन उन्होंने इस जगह की धार्मिक…

3 years ago

भारत के रॉबिनहुड सुल्ताना डाकू की कहानी

सुल्ताना को परिवार सहित कैद कर दिया गया था सुल्ताना डाकू का नाम सभी हम सभी जानते हैं. सुल्ताना भारतीय…

3 years ago

गंगोलीहाट का इतिहास

बागेश्वर से नीचे सरयू और पूर्वी रामगंगा के नीचे गंगोली रमणीय भू-प्रदेश है. इसके बारे में कविवर गुमानी ने कुमाऊनी…

3 years ago

हिरोशिमा में 6 अगस्त को 8 बजकर 15 मिनट पर समय वास्तव में रुक गया था

-मनीष आज़ाद हिरोशिमा, शिन और उसकी तिपहिया साइकिल हिरोशिमा पर परमाणु बम गिरने के ठीक 4 दिन पहले शिन को…

3 years ago

कुमाऊँ रेजिमेंट : असाधारण शौर्य और पराक्रम का प्रतीक

वर्तमान में अपने शौर्य और पराक्रम के लिए पहचानी जाने वाली कुमाऊँ रेजिमेंट की 21 बटालियनें हिन्दुस्तान की सीमाओं की…

3 years ago

भाबर के इलाके वास्तव में पहाड़ियों की ही भूमि है

एक समय ऐसा भी था जब कुमाऊं में भाबर की जमीन पहाड़ियों की हुआ करती थी. पहाड़ में रहने वाले…

3 years ago

‘झूलाघाट’ की कहानी

अल्मोड़ा-झूलाघाट अश्व-मार्ग/पैदल मार्ग का अंतिम पड़ाव सीमान्त क़स्बा झूलाघाट था. 1829 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बनवाये गए झूलापुल के…

3 years ago

रूस दौरे से लौटने पर नेहरू में क्यों जगी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की जिज्ञासा

अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी मिलने के बाद वर्ष 1955 में रूस दौरे पर गए भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री…

3 years ago

कटारमल सूर्य मंदिर को ‘बड़ आदित्य मंदिर’ क्यों कहते हैं

सूर्य भगवान की मूर्ति किसी धातु या पत्थर से निर्मित नहीं है बल्कि यह मूर्ति बड़ के पेड़ की लकड़ी…

4 years ago

उत्तराखण्ड में सिक्कों की छपाई का इतिहास

उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल का श्रीनगर शहर मध्यकाल से ही सिक्कों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध रहा था. उस समय…

4 years ago