कोरोना का संकट हमें बहुत कुछ सिखाने-समझाने आया है. आज विश्व अकल्पनीय संकट से जूझ रहा है. दूसरे विश्वयुद्ध के…
आग लगभग सभी धर्मों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. कोई भी समाज आग के बिना अपने अस्तित्व की…
करोड़ों वर्षों पूर्व से जब मानव ने जब आग जलाना और उस पर काबू करना नही सीखा था, तब से ही…
रामनगर, भाभर के जंगलों में जड़ी बूटी खोजते हुए मेरी माकोट की आमा मालू की उझली हुई बेलों से कभी-कभी…
मनुष्य और वन्यजीव के बीच सदियों से संघर्ष रहा है. इस संघर्ष को वर्तमान परिपेक्ष्य में कैसे देखें? कोई जानवर…
कुछ सालों से पहाड़ी जिलों में बंदरों का आतंक और ज्यादा बढ़ गया है. बंदर फसल और बागबानी को चौपट…
जनवरी का आधा महीना जा चुका है, फरवरी खत्म होते-होते बीते साल की तरह जंगलों में आग लगने की खबरें…
डूबते पहाड़ और धुंध में विलीन होते महानगर, सुनने में कैसा लगता है यह वाक्य? निःसन्देह खराब ही लगेगा. क्योंकि…
जब प्रकृति वैभव की बात होती है तो तुरंत मानस पटल पर सुखी समृद्ध जीवन का बिम्ब उभरता है और…
पर्यावरण की बिगड़ती दशा, विशेष रूप से जल स्रोतों में पानी की निरंतर कम होती मात्रा तथा वायुमंडल में ग्रीन…