पर्यावरण

कोरोना संकट: दोषपूर्ण विकासवादी नज़रिए का परिणाम

कोरोना का संकट हमें बहुत कुछ सिखाने-समझाने आया है. आज विश्व अकल्पनीय संकट से जूझ रहा है. दूसरे विश्वयुद्ध के…

5 years ago

उत्तराखण्ड के जंगलों को जलने से रोका जा सकता है

आग लगभग सभी धर्मों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती  है. कोई भी समाज आग के बिना अपने अस्तित्व की…

5 years ago

पहले ही तैयारी से उत्तराखंड के जंगलों को आग लगने से बचाया जा सकता है

करोड़ों वर्षों पूर्व से जब मानव ने जब आग जलाना और उस पर काबू करना नही सीखा था, तब से ही…

5 years ago

बानर पलायन एक चिंतन …

रामनगर, भाभर के जंगलों में जड़ी बूटी खोजते हुए मेरी माकोट की आमा मालू की उझली हुई बेलों से कभी-कभी…

5 years ago

उत्तराखण्ड के जंगलों में इंसान का बढ़ता दखल खतरनाक है

मनुष्य और वन्यजीव के बीच सदियों से संघर्ष रहा है. इस संघर्ष को वर्तमान परिपेक्ष्य में कैसे देखें? कोई जानवर…

5 years ago

पहाड़ के लोगों को बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने वाली ख़ास बंदूक

कुछ सालों से पहाड़ी जिलों में बंदरों का आतंक और ज्यादा बढ़ गया है. बंदर फसल और बागबानी को चौपट…

5 years ago

हरेला सोसायटी के युवाओं की मुहिम का हिस्सा बनकर आप भी उत्तराखंड के जंगलों को आग से बचा सकते हैं

जनवरी का आधा महीना जा चुका है, फरवरी खत्म होते-होते बीते साल की तरह जंगलों में आग लगने की खबरें…

5 years ago

डूबते पहाड़ और धुंध में विलीन होते महानगर

डूबते पहाड़ और धुंध में विलीन होते महानगर, सुनने में कैसा लगता है यह वाक्य? निःसन्देह खराब ही लगेगा. क्योंकि…

5 years ago

उत्तराखण्ड का एक गुमनाम पर्यावरण मित्र

जब प्रकृति वैभव की बात होती है तो तुरंत मानस पटल पर सुखी समृद्ध जीवन का बिम्ब उभरता है और…

5 years ago

स्याहीदेवी शीतलाखेत के वन क्षेत्र में एएनआर से विकसित जंगल का माडल

पर्यावरण की बिगड़ती दशा, विशेष रूप से जल स्रोतों में पानी की निरंतर कम होती मात्रा तथा वायुमंडल में ग्रीन…

5 years ago