कला साहित्य

उम्मीद पर तो हर पार्टी कायम है

एक भूतपूर्व मंत्री से मुलाकात - शरद जोशी मंत्री थे तब उनके दरवाज़े कार बँधी रहती थी. आजकल क्वार्टर में रहते…

6 years ago

पाब्लो नेरुदा ने क्या लिखा था गांधी, नेहरू और भारत के बारे में

यह हिस्सा चिली के ख्यात और पूरी दुनिया के अपने कवि पाब्लो नेरुदा की पुस्तक ‘मेमोयर्स’ में है . अधिकांश…

6 years ago

प्यारे बच्चो जीवन एक उत्सव है : मंगलेश डबराल की कविता

बच्चों के लिए चिठ्ठी -मंगलेश डबराल प्यारे बच्चो हम तुम्हारे काम नहीं आ सके. तुम चाहते थे हमारा क़ीमती समय…

6 years ago

अच्छे लेखक को कुछ भी बरबाद नहीं कर सकता है

विलियम फॉक्नर का साक्षात्कार अनुवाद : शिवप्रसाद जोशी   पेरिस रिव्यू ने विश्व साहित्यकारों के सबसे दुर्लभ साक्षात्कार किये हैं, जिनकी…

6 years ago

असल आवाज का जादू नकलची नहीं समझेंगे

असल आवाज का जादू नकलची नहीं समझेंगे -राहुल पाण्डेय कुछ साल पहले अयोध्या में एक शायद कभी न बनने वाली…

6 years ago

एक युवा कवि को पत्र – 1 – रेनर मारिया रिल्के

"एक युवा कवि को पत्र" महान जर्मन कवि रेनर मारिया रिल्के के लिखे दस ख़तों का संग्रह है. ये ख़त…

6 years ago

हर पौधा तुम्हारी तरह झुका हुआ होगा :लीलाधर जगूड़ी की कविता

आषाढ़ -लीलाधर जगूड़ी यह आषाढ़ जो तुमने मां के साथ रोपा था हमारे खेतों में घुटनों तक उठ गया है…

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पाब्लो नेरुदा से एक बातचीत – दूसरा और अंतिम हिस्सा

(पिछले हिस्से का लिंक - पाब्लो नेरुदा से एक बातचीत) पाब्लो नेरुदा (12 जुलाई 1904 - 23 सितंबर 1973) की…

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तब संगतकार ही स्थाई को सँभाले रहता है : मंगलेश डबराल की कविता

संगतकार -मंगलेश डबराल मुख्य गायक के चट्टान जैसे भारी स्वर का साथ देती वह आवाज़ सुंदर कमजोर काँपती हुई थी…

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नदी, जंगल और बाउल की तान

उत्तर पूर्व : नदी, जंगल और बाउल की तान - जितेन्द्र भाटिया पश्चिम बंगाल का बागडोगरा हवाईअड्डा और इससे सटकर…

6 years ago