समाज

उत्तराखण्ड की बहुपति विवाह प्रथा

उत्तराखण्ड के पश्चिमी टिहरी और जौनसार बावर क्षेत्र में कभी बहुपति प्रथा खासे चलन में थी. इस प्रथा में सबसे…

3 years ago

नारायण आश्रम पर ‘गंगोत्री गर्ब्याल’ का एक महत्वपूर्ण लेख

परम पूज्य श्री नारायण स्वामी जी ने उत्तराखण्ड के सीमान्त क्षेत्र के सर्वांगीण उत्थान का बीड़ा तब उठाया था जब…

3 years ago

संस्कृति के नाम पर भी लड़कियों पर ज़ुल्म किया जाता है

देश के इतिहास में पहली बार एक हज़ार से अधिक लड़कियों ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी यानि एनडीए की परीक्षा पास कर…

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पिथौरागढ़ नगर से जुड़े कुछ रोचक पहलू

पिथौरागढ़ का मुख्य बाजार पुराना बाजार था जो शिवालय मंदिर से प्रारंभ होकर नेहरु चौक तक की सीढियों तक था.…

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इस वजह से ‘गिनीज बुक’ में दर्ज है चम्पावत का नाम

इस बात के विषय में कम लोगों को ही जानकारी है कि चम्पावत जिले का नाम गिनीज बुक ऑफ़ रिकार्ड…

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असल पहाड़ी ही जानता है भांग के ऐसे गुण

आज बात हो जाय भांग की और भांग के उस पक्ष की जिसे पहाड़ी आदमी तो बखूबी समझता, जानता है…

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शहादत के पचास वर्ष और वीरांगना की संघर्षपूर्ण दास्तां

देश की सेना के शौर्य परम्परा  की गौरवपूर्ण गाथा में 16 दिसम्बर 1971 का दिन स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया,…

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200 साल पहले ऐसा दिखता था चम्पावत

कुमाऊं के सबसे पुराने शहरों में एक शहर है चम्पावत. काली कुमाऊं की राजधानी के रूप में जाना जाने वाला…

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गीता जयंती 2021: कुमाऊनी में भगवत गीता के महत्वपूर्ण श्लोक

माना जाता है कि मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से…

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150 साल पहले ऐसा दिखता था अल्मोड़ा बाज़ार

अपने इतिहास के अलावा अल्मोड़ा अपनी खूबसूरती के लिये खूब जाना जाता है. अल्मोड़ा की ख़ास आबोहवा हर किसी को…

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