समाज

‘धूर्त सिपाही’ कुमाऊनी लोककथा

आहा तो हुआ जेठ के महीने की चटक धूप लगी हुई थी. सफ़र में निकला एक सिपाही भूखा और प्यासा…

3 years ago

1935 में जब टिहरी में पहला रेडियो आया

बात 1935 की है, रियासत टिहरी पर महाराजा नरेन्द्रशाह का शासन था. रियासत भर में महाराजा के पास ही एकमात्र…

3 years ago

हल्द्वानी के सिनेमाघरों का इतिहास

नगर से महानगर हो चुके हल्द्वानी ने अपने आसपास के गांवों को भी अपने में सम्मिलित कर लिया है. मुखानी…

3 years ago

दीपचन्द शाह की बारात: उत्तराखंड का सबसे ऐतिहासिक विवाह

दलितों की बारात पहाड़ में पहले बिना डोला-पालकी की चलती थी और दूर से ही पहचानी जाती थी. किन्तु टिहरी-गढ़वाल…

3 years ago

संभावना वर्सेस अपार संभावना

आपने ग़ौर किया होगा मुल्क में समय-समय पर कुछ चीज़ों की संभावना और किन्ही अन्य की अपार संभावना जताई जाती…

3 years ago

दुधबोली की सारी मिठास गांव के बच्चों के बस्तों में ही क्यों हो

कुछ लोगों का मानना है कि पिछले कुछ समय से पहाड़ के सरकारी स्कूलों में गढ़वाली और कुमाऊनी बोली सिखाने…

3 years ago

इस बार वह अकेला ही वोट देने आएगा

अगर 1200 वोटर पर एक बूथ वाला नियम नहीं होता तो उस बूथ पर वह अकेला वोटर होता. सरकार तो…

3 years ago

आयरीन पंत : कुमाऊनी लड़की जो पाकिस्तान की फर्स्ट लेडी बनी

आयरीन रूथ पंत का जन्म 13 फ़रवरी 1905 को सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में डेनियल पंत के घर में हुआ. आयरीन…

3 years ago

बर्फबारी के मौसम में आंचरियों के टोले

पहाड़ों में भूत मसाण का खूब डर हुआ फिर परी, आचंरी, डेणी लगे ही रहने वाले हुये. बड़ों के लिये…

3 years ago

गढ़वाल के सामाजिक विकास के इतिहास में पूर्णानन्द नौटियाल का योगदान

बचपन में मिले अभावों की एक खूबी है कि वे बच्चे को जीवन की हकीकत से मुलाकात कराने में संकोच…

3 years ago