समाज

1985 में पौड़ी गढ़वाल पर लिखा एक महत्वपूर्ण लेख

अपने भाग्य पर आंशू बहती पौड़ी उत्तर प्रदेश के बारह प्रशासनिक मण्डलों में एक से एक गढ़वाल मंडल का मुख्यालय…

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आ कौआ आ, घुघुती कौ बड़ खै जा

आ कौआ आ, घुघुती कौ बड़ खै जा,मैकेणी म्येर इजैकी की खबर दी जा.आ कौआ आ, घुघुती कौ बड़ ली…

2 years ago

स्कूल की पाटी और भाई-बहन की मीठी नोक-झोंक

पिछली कड़ी- स्मृति द्वार पर प्रेम की सांकल प्राप्ति की ऑनलाइन क्लास चल रही है और वह सुबह उठकर फटाफट…

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अल्मोड़े में सबसे स्वाद बाल मिठाई किसकी है

कुमाऊं और बाल मिठाई तो अब जैसे एक-दूसरे के पर्याय ही बन चुके हैं. आप कुमाऊं कहिये बाल मिठाई का…

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कुमाऊनी गीत जिसे मैदान में रहने वाले पहाड़ी पुरुषों ने खूब पसंद किया

लोक गायक मदन राम जी का गीत ‘घर छू पहाड़ सौरास देश को’ कैसेट के दौर का एक लोकप्रिय गीत…

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टनकपुर किताब कौथिग का पहला दिन

टनकपुर आज तक कुमाऊं के इतिहास में चर्चित रहा अपने रेलवे जंक्शन के कारण, नेपाल से लगी अपनी सीमा के…

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बादल भिना पर-पर जा, घमुलि दीदी यथ-यथ आ

पहाड़ियों की एक ख़ास बात यह है कि वह सभी से परिवार का रिश्ता बांध लेते हैं फिर क्या देवता…

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सम्पूर्ण हल्द्वानी खास की भूमि नजूल है?

उत्तराखंड के नैनीताल जिले की हल्द्वानी तहसील के बनभूलपुरा क्षेत्र की अधिकाँश आबादी इन दिनों सड़कों पर है. सर्दी के…

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स्मृति द्वार पर प्रेम की सांकल

जब हमारे घर में एक किराएदार की तरह लीज़ा आई थीं तब वह गर्भिणी थीं. पति फौज में हैं उनके…

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पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच का इतिहास

हल्द्वानी शहर में विभिन्न सांस्कृतिक टोलियों के साथ बागेश्वर, सालम, जागेश्वर आदि स्थानों से पारम्परिक वाद्ययन्त्रों के साथ कलाकारों को…

2 years ago