समाज

बरसात की पहली लौकी लोक परम्परानुसार भूमिया देवता को अर्पित

इस साल काफी मेहनत के बाद लौकी व कद्दू की बेल अच्छी हुई है. लौकी में बालमृत्यु दर बहुत ज्यादा…

5 years ago

रेब्दा ताऊजी के बहाने उत्तराखण्ड की लुप्त होती परम्पराओं पर एक नजर

हुसैनगंज में तो रक्षाबंधन की भनक लग जाती थी क्योंकि जून महीने से ही रेब्दा ताऊजी की तकली नाचने लगती.…

5 years ago

देवीधूरा: आस्था की चट्टानें और सच्चाई के प्रहार

कौतूहल, कुछ देख कर उसके बारे में बहुत कुछ, सब कुछ जानने की कोशिश करना संभवतः मनुष्य का जन्म-जात स्वाभाव…

5 years ago

कुमाऊं में पारम्परिक विवाह प्रथा

पुरातन काल से ही भारतीय हिन्दू समाज में विवाह को जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है. विवाह स्त्री…

5 years ago

अब सरकार किसानों से सीधे खरीदेगी मडुवा और भट-गहत

यदि राजनैतिक इच्छाशक्ति हो और नीयत साफ़ तो सरकार और नौकरशाही का गठबंधन बेहतरीन काम करने में भी सक्षम है.…

5 years ago

चैंपियन के विरुद्ध आरोप नैतिकता से अधिक, आपराधिक है

किसी व्यक्ति को बात-बात पर हथियार निकाल लेने और बंडी उतार कर अपनी मांसपेशियों के प्रदर्शन करने का कुटैव हो…

5 years ago

सोलर कुकर की जगह प्रेशर कुकर बंटे बागेश्वर के गाँवों में

विकास के पथ पर अग्रगामी हमारे उत्तराखंड राज्य से एक से एक अकल्पनीय कहानियां सुनाने को मिलती हैं. इस बार…

5 years ago

छांगरू ग्राम वालों का सौ परिवार

छांगरू ग्राम शौका प्रदेश का नेपाल में स्थित ग्राम है जो महाकाली अंचल दार्चुला जिले के ब्यांस पंचायत में स्थित…

5 years ago

प्रकृति के करीब है पहाड़ का लोक पर्व – हरेला

“तुम जीते रहो और जागरूक बने रहो, हरेले का यह दिन-बार आता-जाता रहे, वंश-परिवार दूब की तरह पनपता रहे, धरती…

5 years ago

सोमेश्वर घाटी में धान की रोपाई के फोटो

इन दिनों पहाड़ों में धान की रोपाई चल रही है. मानसून के आगमन में हुई देर के बावजूद कुमाऊँ-गढ़वाल के…

5 years ago