तब संगतकार ही स्थाई को सँभाले रहता है : मंगलेश डबराल की कविता

6 years ago

संगतकार -मंगलेश डबराल मुख्य गायक के चट्टान जैसे भारी स्वर का साथ देती वह आवाज़ सुंदर कमजोर काँपती हुई थी…

साझा कलम: 6- प्रियंका पाण्डेय

6 years ago

[एक ज़रूरी पहल के तौर पर हम अपने पाठकों से काफल ट्री के लिए उनका गद्य लेखन भी आमंत्रित कर…

21वीं सदी के अंत तक पृथ्वी को ‘जलवायु परिवर्तन’ निगल जाएगा ?

6 years ago

वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बने जलवायु परिवर्तन के असर से 71 फीसद वन भूभाग वाला उत्तराखंड भी अछूता…

पहली दफा मानव शरीर में देवता का अवतरण है नौताड़

6 years ago

उत्तराखण्ड में जागर के धार्मिक अनुष्ठान का बहुत बड़ा महत्त्व है. जागर के दौरान व्यक्ति शरीर में इष्टदेव का अवतरण…

नदी, जंगल और बाउल की तान

6 years ago

उत्तर पूर्व : नदी, जंगल और बाउल की तान - जितेन्द्र भाटिया पश्चिम बंगाल का बागडोगरा हवाईअड्डा और इससे सटकर…

इतने विशाल हिंदी समाज में सिर्फ डेढ़ यार : चौथी क़िस्त

6 years ago

हिंदी की नई पौध के लिए एक चिट्ठी : नसीहत नहीं, ‘हलो’ मेरे नए रचनाकार दोस्तो! आज से करीब पचपन…

जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने उत्तराखंड के लोगों को सिखाया ‘कर्फ्यू’ का मतलब

6 years ago

1994 में मुजफ्फरनगर की अमानवीय घटना घट चुकी थी और संभवतः आजादी के बाद पहली बार उत्तराखंड के छोटे-छोटे कस्बों…

कैसे मिलती थी शराब अहमदाबाद में

6 years ago

कैसे मिलती थी शराब अहमदाबाद में -सूरज प्रकाश मैं 1989 से 1995 लगभग 75 महीने अहमदाबाद में रहा. ज्यादातर अकेले…

हिंदी सिनेमा की पहली ब्लैक कॉमेडी

6 years ago

यदि हिंदी सिनेमा में अभिनय की विभिन्न पाठशालाओं पर एक मोटी-मोटी नजर दौड़ाई जाये तो दो स्कूल सबसे पहले दिखलाई…

स्पार्टाकस की प्रतिज्ञाओं के साथ जीता हूं : विद्रोही की कविता

6 years ago

मोहनजोदड़ो की आखिरी सीढ़ी से -रमाशंकर यादव ‘विद्रोही’ मैं साइमन न्याय के कटघरे में खड़ा हूं प्रकृति और मनुष्य मेरी…