धतिया नगाड़ा: आपदा की सूचना के लिए धाद लगाने का वाद्य

5 years ago

कुमाऊँ के मध्यकालीन शासकों द्वारा एक विशेष नगाड़े का निर्माण करवाया जाता था. इस नगाड़े का इस्तेमाल ख़ास मौकों पर…

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 116

5 years ago

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

सुमित्रानंदन पन्त की भारत माता

5 years ago

20 मई 1900 को उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले के कौसानी नामक स्थान में जन्मे सुमित्रानंदन पन्त (Sumitra Nandan Pant) हिन्दी…

ज्यादा फर्क नहीं है वरिष्ठ और गरिष्ठ अधिकारी मे

5 years ago

वरिष्ठ अधिकारी अंतर देस इ (... शेष कुशल है!) वरिष्ठ और गरिष्ठ मे ज्यादा फर्क नहीं है... खासकर जब वो…

आख़िर किस मिट्टी के बने होते हैं कमान्डो

5 years ago

2008 के मुम्बई हमले के बाद हमारे साथी और वरिष्ठ पत्रकार-सम्पादक सुंदर चंद ठाकुर ने अपने एक कमांडो मित्र पर…

आख़िरी साँसें गिन रहा है पहाड़ का काष्ठशिल्प

5 years ago

बढ़ती आधुनिकता के साथ लकड़ी से बने परम्परागत उत्पाद हमारे जीवन से दूर होते-होते अब लगभग लगभग समाप्त हो चुके…

लाल बुरांश: एक उत्तराखंडी लोककथा

5 years ago

ज़माने पुरानी बात है. एक गाँव में किसान परिवार रहा करता था. इनकी एक ही बेटी थी. बड़ी होने पर…

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 115

5 years ago

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

अंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंह

5 years ago

जीवन भर हल्द्वानी (Haldwani) में रहे स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती (Anand Ballabh Upreti) राज्य के वरिष्ठतम पत्रकार-लेखकों में थे. हल्द्वानी…

स्कूल में शनिवार को अंग्रेज़ी और घर पर हर रोज संस्कृत बोलेंगे उत्तराखंडी बच्चे

5 years ago

उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने फरवरी 13 तारीख को विधानसभा में अपना अभिभाषण दे दिया है. अपनी सरकार…