‘गढ़केसरी’ अनुसूया प्रसाद बहुगुणा का जन्मदिन है आज

4 years ago

रूद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से करीब 32 किमी की दूरी पर एक गांव है ककड़ाखाल. साल 1921 में जब कुमाऊं के…

कोई कवि होय हमें क्या हानी

4 years ago

वैसे कविता के नाम पर लोगों की खाल में भूसा भरने की भारत में लंबी परंपरा रही है. अगर याद…

अब दिखावे का ही रह गया है भारत-तिब्बत व्यापार

4 years ago

नाभीढांग की सुबह खुशनुमा था. चाय पीकर हमने वापसी की राह पकड़ी. कालापानी पहुंचने पर पता चला कि आगे कहीं गर्म…

नानकसागर डैम पार करने में बाधाएँ और खतरे

4 years ago

पिछले अंक में हमने बात की थी नानकमत्ता में नानकसागर डैम के पार स्थित गॉंवों की बदहाल स्थिति की. बेशक…

पहाड़ के पारंपरिक जड़ी-बूटी ज्ञान को झोलाछाप कहकर ख़ारिज नहीं किया जा सकता

4 years ago

मध्य हिमालय की जंगलों में मिलने वाली वनस्पति स्वस्थ बनाये रखने, निरोग रहने व दीर्घायु प्रदान करने के लिए गुणकारी मानी गईं. इन…

‘कुमाऊं केसरी’ बद्रीदत्त पाण्डे का जन्मदिन है आज

4 years ago

लगभग चालीस सालों से चले आ रहे अल्मोड़ा अखबार ने 1913 के बाद ही धार पकड़ी. अल्मोड़ा अख़बार ने जब…

हमारे टैम पर तो अणकस्सै होने वाला ठैरा ‘वैलेन्टाइन डे’

4 years ago

अरे! तुम तो एक हफ्ते में निबटा देने वाले ठैरे ‘वैलन्टाइन डे’ का जश्न,  हमारे टैम पर तो सालों भी…

घंटों निहार सकते हैं ॐ पर्वत के प्राकृतिक श्रृंगार को

4 years ago

साथियों की त्योरियां चढ़ने पर पंकज मुस्करा दिया. उसने सफाई दी, "अरे! कोर्स में यही सब सिखाया जाता है... क्या…

नर्सरी राइम तो खूब पढ़ी होगी आज पढ़िये ठेठ कुमाऊनी राइम

4 years ago

शिक्षा की बदहाली के प्रतीक बने, हर मौहल्ले में कुकुरमुत्ते सरीखे उगे प्ले स्कूल के आगे पीछे गुजरते आपने नर्सरी…

नत्थू सिंह खरोला उर्फ़ नत्थू कमाण्डिंग के मायने

4 years ago

हमारे गांव में मन्नाण - गांव में सार्वजनिक स्थल अर्थात पंचायती चौक के उत्तर, दक्षिण व पूरब दिशा में आबादी…