Traditional Folk of Uttarakhand

अब सुनने को नहीं मिलते हैं पहाड़ के मेलों में ‘बैर’अब सुनने को नहीं मिलते हैं पहाड़ के मेलों में ‘बैर’

अब सुनने को नहीं मिलते हैं पहाड़ के मेलों में ‘बैर’

वैरा जिसे बैर भी कहते हैं,  इसका शाब्दिक अर्थ संघर्ष है जो गीत-युद्ध के रूप में गायकों के बीच होता…

4 years ago