Satire by Umesh Tewari Vishwas

न्यू इंडिया को उत्सव से मतलब फिर अवसर सुई लगाने का हो या वोट डलवाने का

अगर आप देख सकते तो न्यू इंडिया के चेहरे पर इन दिनों आपको एक अनोखी चमक दिखाई पड़ती. ये उत्सवी…

3 years ago

हे राम कथा वाया माल्या जी

उद्योगपति माल्या के तहख़ाने का माल देखकर मंत्री की आँखें चुंधिया गईं "वाह माल्या जी ! आपका किंगफिशर तो काफ़ी…

4 years ago

टीवी है ज़रूरी: उमेश तिवारी ‘विश्वास’ का व्यंग्य

एक ज़माने में जब मुल्क में टी वी अवतरित हुआ उसे दूरदर्शन के नाम से जाना गया. मालूम नहीं उसका…

4 years ago

यूं ही कोई दाज्यू नहीं बन पाता

दाज्यू बोले तो, भाईजी या बड़ा भाई. बचपन में मुंशी प्रेमचन्द की कहानी बड़े भाई साहब पढ़ी थी. उनके दाज्यू…

4 years ago

कॉमनसेंस बोले तो दुर्लभ विवेक

इधर जहाँ-तहाँ क़ानून पेले जा रहे हैं जिससे जन-जन में बड़ा कन्फ्यूजन हो गया है. PM का मानें, HM का,…

5 years ago

स्वतः संज्ञान लेने की घड़ी

टाउन हॉल के बुर्ज़ पर एक घड़ी लगी है. घड़ी बहुत सुंदर है पर बिगड़ गई है. उसका घंटा भी…

5 years ago