Sanjeev Kumar

दिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत के रात दिन

दिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत के रात दिन - (२)बैठे रहे तसव्वुर-ए-जानाँ किये हुएदिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत…

5 years ago

जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मकाम, वो फिर नहीं आते

जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मकाम, वो फिर नहीं आते... इस गीत को सुनकर संवेदी श्रोता अनायास…

5 years ago

मेरी जाँ, मुझे जान ना कहो मेरी जाँ

(पोस्ट को रुचिता तिवारी की आवाज़ में सुनने के लिए प्लेयर पर क्लिक करें) मेलोडेलिशियस - 7 ये ऑल इंडिया…

5 years ago