दादि, दादि, दादि मि छूं पवन पहाड़ी... ठेठ पहाड़ी लटेक में कही गयी ये वो पंक्ति है जो शायद ही…
चौकोड़ी से बागेश्वर जाने वाली सड़क में कोटमन्या से शुरु होता है एक अद्भुत संसार. घने, छायादार जंगलों के बीच…