Krishna Sobti

कृष्णा सोबती की कहानी ‘सिक्का बदल गया’

खद्दर की चादर ओढ़े, हाथ में माला लिए शाहनी जब दरिया के किनारे पहुंची तो पौ फट रही थी. दूर-दूर…

3 years ago

कृष्णा सोबती: वर्जित प्रदेशों में निडर घुसपैठ करने वाली कथाकार

चराग़-ए-राह बुझा क्या कि रहनुमा भी गया हवा के साथ मुसाफ़िर का नक़्श-ए-पा भी गया - परवीन शाक़िर -'सर आई…

6 years ago