Hem Chandra Kapil

अपनी धुन में रहता हूं, हरियाली ओढ़ता बिछाता हूं : हेम कपिल

चुस्त-दुरुस्त सर फर. अभी यहाँ से कुछ पौंधे सारे हैं. तो अब तेज हो गई सतझड़ से वो सारे गमले…

5 years ago