gulzar

दिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत के रात दिन

दिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत के रात दिन - (२)बैठे रहे तसव्वुर-ए-जानाँ किये हुएदिल ढूँढता है फिर वही फ़ुरसत…

5 years ago

आपकी आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं

आपकी आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैंआपसे भी खूबसूरत आपके अंदाज़ हैंआपकी आँखों में…लब हिले तो मोगरे के…

5 years ago