Do Dukhon Ka Ek Sukh

अद्भुत है शैलेश मटियानी की कहानी ‘दो दुखों का एक सुख’अद्भुत है शैलेश मटियानी की कहानी ‘दो दुखों का एक सुख’

अद्भुत है शैलेश मटियानी की कहानी ‘दो दुखों का एक सुख’

'साधो, करमगती किन टारी...' - मिरदुला कानी, सीढ़ी के पथरौटे पर बैठी, मंजीरा कुटफुटा रही थी - 'कोस अनेक बिकट…

3 years ago