हॉलीवुड के पीछे बॉलीवुड हमारे देश का मेनस्ट्रीम सिनेमा हॉलीवुड की नक़ल करने के लिए लम्बे समय से कुख्यात रहा…
‘कागज के फूल’ के न चलने की वजह से गुरुदत्त को न केवल आर्थिक रूप से बल्कि आत्मिक रूप से…
होली, पागल और पूजा तीनों 1940 में अब्दुल रशीद कारदार की बनाई तीन फ़िल्में हैं. अब्दुल रशीद कारदार की सिनेमाई…
भारत की पहली बोलती फिल्म आलम आरा, जिसके निर्माता इंपीरियल मूवी टोन के आर्देशिर ईरानी थे, मुंबई के मैजेस्टिक थिएटर…
वो सावन-भादों की फुहार हैं...उमराव जान की ताजा़ ग़ज़ल...ख़ूबसूरत की शोख़ी और हर उस फिल्म की जान जिसमें वे नज़र…