Aparna Singh

इतिहास लेखन में महिलाओं की ध्वजवाहक ‘गुलबदन बेगम’इतिहास लेखन में महिलाओं की ध्वजवाहक ‘गुलबदन बेगम’

इतिहास लेखन में महिलाओं की ध्वजवाहक ‘गुलबदन बेगम’

1520 का वक़्त था जब तेरह वर्षीय हुमायूँ को बाबर ने बदक्खशा का सूबेदार नियुक्त किया गया. हुमायूँ की उम्र…

3 years ago
दुश्मनों को धूल चटाने वाली बाबर की नानी ‘ईसान दौलत खानम’दुश्मनों को धूल चटाने वाली बाबर की नानी ‘ईसान दौलत खानम’

दुश्मनों को धूल चटाने वाली बाबर की नानी ‘ईसान दौलत खानम’

बात 1470 के आस-पास की है, दश्त-ए-किप्चाक (तुर्किस्तान) में राजनीतिक उथल-पुथल चल रही थी. हाल ही में दश्त-ए-किप्चाक ने अपना…

3 years ago
सोमेश्वर घाटी में श्रम का महीना ‘असोज’सोमेश्वर घाटी में श्रम का महीना ‘असोज’

सोमेश्वर घाटी में श्रम का महीना ‘असोज’

सोमेश्वर, कोसी और साईं नदी के बेसिन पर बसा एक उपजाऊ इलाका है. मुख्य फसल धान वाली सोमेश्वर घाटी को…

3 years ago
पुरुषों के वर्चस्व वाले परम्परागत पेशे को अपनाने वाली सोमेश्वर की ‘गीता’ की कहानीपुरुषों के वर्चस्व वाले परम्परागत पेशे को अपनाने वाली सोमेश्वर की ‘गीता’ की कहानी

पुरुषों के वर्चस्व वाले परम्परागत पेशे को अपनाने वाली सोमेश्वर की ‘गीता’ की कहानी

हम अक्सर बात करते हैं कि महिलायें आज पुरुषों से कम नहीं हैं. आज महिलाओं ने हर जगह अपनी पैठ…

4 years ago