हिन्दी व्यंग्य

पूँजीपुर रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेसपूँजीपुर रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेस

पूँजीपुर रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेस

पूँजीपुर के रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेस के यात्री अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा में खड़े थे. सभी ने पूँजीपुर के…

6 years ago
पटवारी साथ हो तो आप सकल विश्व को विजय कर सकते हैंपटवारी साथ हो तो आप सकल विश्व को विजय कर सकते हैं

पटवारी साथ हो तो आप सकल विश्व को विजय कर सकते हैं

एक समय की बात है प्रभास क्षेत्र में मल्लिका नामक राज्य था, जिसकी राजधानी विराट नगर थी. यहाँ मल्लिका के…

6 years ago
वो जो फोल्डर तुम ढूंढ रहे हो मैंने डिलीट कर दिया हैवो जो फोल्डर तुम ढूंढ रहे हो मैंने डिलीट कर दिया है

वो जो फोल्डर तुम ढूंढ रहे हो मैंने डिलीट कर दिया है

हे सहकर्मी! हे कुलीग! तुम आखिर ऐसे क्यों हो? किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ से, ऑफिस में विकिरण फैलाते. अपनी चाल, आँखों…

6 years ago
बा-बा ब्लैक शीप में बा का मतलबबा-बा ब्लैक शीप में बा का मतलब

बा-बा ब्लैक शीप में बा का मतलब

अपनी देशज भाषा, जिसे आप प्रतिदिन बोलते हैं, उसे जब किसी दूसरे को समझाते हैं तो एक दम भाषाविज्ञानी जैसी…

6 years ago
घर में अमनचैन के लिए संस्कारी दंपत्तिओं को शांतिपाठ का यह अनुष्ठान नित्य करना चाहिएघर में अमनचैन के लिए संस्कारी दंपत्तिओं को शांतिपाठ का यह अनुष्ठान नित्य करना चाहिए

घर में अमनचैन के लिए संस्कारी दंपत्तिओं को शांतिपाठ का यह अनुष्ठान नित्य करना चाहिए

घर की सुख-शांति के लिये दंपत्ति प्रतिदिन विशेष शांतिपाठ करें. यह शांतिपाठ, सामान्य शांतिपाठ से भिन्न है. इस शांतिपाठ के…

6 years ago
हल्द्वानी नगर में ट्रांसफार्मर तिरतीया पर्वहल्द्वानी नगर में ट्रांसफार्मर तिरतीया पर्व

हल्द्वानी नगर में ट्रांसफार्मर तिरतीया पर्व

ज्येष्ठ मास में एक तिथि-साइत ऐसी आती है जिसे हल्द्वानी नगर में ट्रांसफार्मर तिरतीया के नाम से मनाया जाता है.…

6 years ago
खाँटी साहित्यकारों की साहित्यिक बातेंखाँटी साहित्यकारों की साहित्यिक बातें

खाँटी साहित्यकारों की साहित्यिक बातें

उनका फोन कई दिन से आ रहा था. औपचारिकतावश मैंने भी दो-तीन बार फोन कर लिया. हम दोनों ने एक…

6 years ago
लेखकों के सपनेलेखकों के सपने

लेखकों के सपने

मेरे द्वारा लिखे गये एक लेख के लिये सरकार मुझे गिरफ़्तार कर लेती है. मेरी गिरफ़्तारी से पूरे देश में…

6 years ago
व्यंग्य के लिये विषय की खोजव्यंग्य के लिये विषय की खोज

व्यंग्य के लिये विषय की खोज

आज सुबह-2 फोन पर जो ख़बर मिली उसे सुन कर हम खुशी से फूले न समाये. फोन एक बहुत बड़े…

6 years ago
तूतू – मैंमैंतूतू – मैंमैं

तूतू – मैंमैं

'आखिर हुआ क्या?' 'होना क्या था? वो हमें बाज़ार में मिले. हमे बहुत जाने-पहचाने से लगे.' 'फिर?' 'हम भी उन्हें…

6 years ago