हिन्दी कहानी

देवता भी चले गए लेकिन गुरु ने गांव नहीं छोड़ा

आज रेवती का श्राद्ध है. हीरा गुरु दरवाजे पर बैठकर पूरन और भास्कर दत्त जी का इंतजार करते हुए बहुत…

3 years ago

शैलेश मटियानी की एक अमर कहानी

पापमुक्ति - -शैलेश मटियानी Paap Mukti Story Shailesh Matiyani घी-संक्रांति के त्यौहार में अब सिर्फ दो ही दिन शेष रह…

5 years ago

शेखर जोशी की कालजयी कहानी ‘दाज्यू’

दाज्यू -शेखर जोशी चैक से निकलकर बाईं ओर जो बड़े साइनबोर्ड वाला छोटा कैफे है वहीं जगदीश बाबू ने उसे…

5 years ago

बलि का बकरा – देवेन मेवाड़ी की कहानी

कहानी की कहानी उर्फ़ बकरा बलि का ईजा (मां) बीमार थी. उसका बहुत मन था कि देबी खूब पढ़े हालांकि…

5 years ago

दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

मेरी कहानी ‘दाड़िम के फूल’ की भी एक मजेदार कहानी है. आनंद तब आए जब इससे पहले मेरे दोस्त बटरोही की कहानी ‘बुरांश…

5 years ago

एक बँगला का अंदर सिरफ दो जना – मटियानी जी की मार्मिक कहानी

अल्मोड़ा के समीप एकांत सिन्तोला में रहने वाले एक वृद्ध एंग्लो-इन्डियन जोड़े को परिवेश बनाकर लिखी गयी शैलेश मटियानी (Shailesh…

5 years ago

पहाड़ के एक युग की दास्तान है शैलेश मटियानी की यह कहानी

हिन्दी के मूर्धन्य कथाकार-उपन्यासकार शैलेश मटियानी (Shailesh Matiyani) अल्मोड़ा जिले के बाड़ेछीना में 14 अक्टूबर 1931 को जन्मे थे. सतत…

5 years ago